लखनऊ,(एजेंसी) 28 नवम्बर । नोएडा अथॉरिटी में चीफ इंजीनियर (जल) यादव सिंह के 20 से ज्यादा ठिकानों पर गुरुवार को आयकर विभाग ने छापे मारे। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद में हुई छापेमारी में आयकर अधिकारियों को 40 कंपनियों के 100 से ज्यादा प्लॉट दूसरी कंपनियों को बेचने के दस्तावेज मिले हैं। इन सभी कंपनियों में यादव सिंह की पत्नी कुसुम लता डायरेक्टर हैं। इन कंपनियों को ये प्लॉट पिछले तीन से चार साल के भीतर आवंटित किए गए थे। दर्जनों बेनामी प्रॉपर्टी के कागजात भी मिले हैं।
गुरुवार सुबह मैकेन्स इंफ्रा और मीनू क्रिएशंस नाम की दो कंपनियों के ठिकानों पर शुरू हुई छापेमारी में आयकर विभाग ने अलग-अलग ठिकानों पर 13 लॉकर भी सील किए। इस दौरान मिले दस्तावेजों के आधार पर करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी का अनुमान लगाया जा रहा है। आयकर विभाग के 130 से ज्यादा अधिकारी और 150 से ज्यादा सुरक्षा बल इस छापे में शामिल थे।
40 फर्जी कंपनियां बनाकर हुआ खेल
अधिकारियों के अनुसार, नोएडा अथॉरिटी के प्लॉट आवंटन का पूरा खेल यादव सिंह ने कोलकाता से बोगस कंपनी बनाकर 40 कंपनियां बनाकर किया। मैकेन इंफ्रास्ट्रक्चर और मीनू क्रिएशंस के दफ्तर से मिले दस्तावेजों के अनुसार इन कंपनियों को नोएडा अथॉरिटी के प्लॉट दिए गए। फिर इन सभी कंपनियों के शेयर दूसरी कंपनियों को बेच दिए गए। इससे करोड़ों के प्लॉट भी दूसरी कंपनियों को ट्रांसफर हो गए। प्लॉट बेचने से हुई आय पर कोई भी टैक्स नहीं जमा किया गया। इस मामले में आयकर विभाग यूपी सरकार के अधिकारियों से भी पूछताछ कर सकता है। सेबी और प्रवर्तन निदेशालय की मदद लेने पर भी विचार चल रहा है।
मैकेन इंफ्रा और मीन क्रिएशन के दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद के ठिकानों पर हुई छापेमारी में कई दस्तावेज मिले हैं। जिससे पता लगता है कि टैक्स चोरी कर अथॉरिटी के प्लॉट बेच गए। छापे में कमीशन से भी जुड़े कई कागजात मिले हैं।
– कृष्णा सैनी, डीजी इन्वेस्टिगेशन, आयकर विभाग