समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने देश के विभाजन के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराकर यह संकेत दिया है कि जैसे-जैसे चुनावी आहट करीब होगी कांग्रेस के प्रति रुख सख्त होता जाएगा।
सपा प्रदेश कार्यालय पर जुटे पार्टी कार्यकर्ताओं और अल्पसंख्यकों के बीच सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने कहा कि उस समय अगर मुसलमानों को अपेक्षित प्रतिनिधित्व दे दिया जाता तो देश का बंटवारा ही नहीं होता। कार्यकर्ताओं को कांग्रेस से सावधान रहने की भी सलाह दी और इशारों में कहा कि कांग्रेसी प्रधानमंत्री के कार्यकाल में ही अयोध्या में ताला खोला गया था, जिसके बाद दूसरे दलों ने सांप्रदायिक उन्माद खड़ा कर दिया।
सपा प्रमुख ने आधी आबादी को पार्टी के साथ गोलबंद करने के लिए महिला आरक्षण का मुद्दा भी छेड़ा। कहा कि सपा महिला आरक्षण की विरोधी नहीं है, मगर कांग्रेस ने जिस तरह से ड्राफ्ट तैयार किया है, उसका विरोध जरूर है। महिलाओं को राजनीति में आगे बढ़ाने की जरूरत है। कांग्रेस को सर्वदलीय बैठक बुलाकर महिला आरक्षण के मुद्दे पर राय बनानी चाहिए।
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने कहा कांग्रेस गुजरात तक में नरेन्द्र मोदी से लड़ नहीं पा रही है, तब वह यहां कैसे लड़ेगी। दोहराया कि नरेन्द्र मोदी सिर्फ गुजरात और टीवी में ही हैं, यहां उनका कोई प्रभाव नहीं है। सपा सांप्रदायिकता के खिलाफ संघर्ष में पीछे हटने वाली नहीं है। मुस्लिमों को सुरक्षा और उनको अधिकार देने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
इस दौरान बैठक में सपा प्रमुख के साथ कृषि राज्य मंत्री मनोज पांडेय, दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री सुनील यादव साजन, पार्टी के प्रदेश सचिव एसआरएस यादव समेत बड़ी संख्या में नेता भी मौजूद थे।