लखनऊ,(एजेंसी) 28 नवम्बर । जाट राजा महेंद्र प्रताप सिंह के 1 दिसंबर को जन्मदिन के आयोजन को लेकर राजनीति तेज हो गई है। इसके चलते आयोजन की घोषणा करने के बाद एएमयू प्रशासन ने हाथ पीछे खींच लिया है। वीसी जमीरुद्दीन शाह ने मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र लिखकर कहा है कि विभिन्न राजनीतिक दलों से संबद्ध रखने वाले कुछ लोगों के फसाद पैदा करने की कोशिशों के चलते आयोजन संभव नहीं हो पा रहा है।
एएमयू के छात्र रहे रहे महेंद्र प्रताप सिंह का बीजेपी ने 1 दिसंबर को एमएयू गेट पर जन्मदिन मनाने का फैसला किया था। वहीं सपा विधायक जमीउल्लाह खान ने धमकी दी थी कि भाजपाइयों को कैंपस में नहीं घुसने देंगे। 25 नवंबर को बीजेपी-एबीवीपी के लोगों के साथ बैठक कर वीसी ने राजा की ओर से दी गई जमीन पर बने सिटी स्कूल में जन्मदिन मनाने का फैसला किया। गुरुवार को यह मामला तक गरमा गया जब सपा ने आयोजन का विरोध कर दिया। दूसरी ओर एएमयू छात्रसंघ और शिक्षक संघ भी आरएसएस व एबीवीपी के लोगों के साथ वीसी की मुलाकात पर खफा हो गया है। इसलिए वीसी ने सारे मामला अब एमएचआरडी के पाले में डाल दिया है।
वीसी का मंत्री को खत
एमएयू प्रवक्ता राहत अबरार का कहना है कि वीसी ने मंत्री को लिखी चिट्ठी में कहा है कि ‘राजनीतिक पार्टी के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में तनाव टालने की नीयत से सिटी स्कूल पर आयोजन का फैसला लिया गया था। अगले दिन मीडिया से पता चला कि शासी दल के साथ ही कुछ और राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि आयोजन का विरोध कर रहे हैं। महेंद्र प्रताप सिंह पर यूनिवर्सिटी पर गर्व है। ….विभिन्न राजनीतिक तत्वों के आयोजन को लेकर उठाए जा रहे कदमों से यहां के छात्रों में बेचैनी फैलने का खतरा है। …दूसरे पूर्व छात्रों और दानदाताओं के परिवार वाले भी अब उनके पूर्वजों का जन्मदिन मनाने की मांग को लेकर आगे आ रहे हैं जबकि यूनिवर्सिटी केवल सर सैय्यद अहमद का जन्मदिन मनाती है।’
अपने-परायों के निशाने पर वीसी
इस मामले में बीजेपी नेता अब आगे की रणनीति बनाने की बात कर रहे हैं। दरअसल मामले में संघ के हस्तक्षेप के चलते बीजेपी का स्थानीय नेतृत्व दुविधा की स्थिति में है। दूसरी ओर संघ के साथ वीसी की बैठक से वीसी अपनों के ही निशाने पर आ गए हैं। एएमयू टीचर्स एसोसिएशन ने मामले का राजनीतिक लाभ लेने का आरोप लगाया है। सेक्रेटरी प्रो़ आफताब आलम का कहना है कि अयोध्या के विवादित ढांचे को ध्वंस करने वाले और गुजरात व मुजफ्फरनगर में मुसलमानों के साथ अपराध करने वालों को एएमयू बिरादरी भूल नहीं सकती।