लखनऊ,एजेंसी-20 मई। देश में आम चुनाव में करारी शिकस्त से झल्लाए प्रदेश की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को पार्टी प्रत्याशियों की बैठक में उन्हें जमकर क्लास लगाई. प्रत्याशियों ने भी उन नेताओं के नाम का खुलासा किया जिन्होंने चुनाव के दौरान हराने का प्रयास किया. सभी प्रत्याशियों की बात सुनने के बाद मुलायम सिंह यादव ने कड़े तेवर दिखाते हुए कहा कि जब मंत्री कमाई में लग जाएंगे तो चुनाव कहां से जीता जाएगा. उन्होंने कहा कि गद्दारी करने वालों के साथ सख्ती की जाएगी. पराजय के कारण बने लोगों को माफ नहीं किया जाएगा. समीक्षा के बाद शीघ्र ही सरकार और संगठन की भी समीक्षा होगी. इस बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी वहां बैठे थे. वे चुपचाप सारी बातें सुनते रहे.
मुलायम सिंह यादव ने कहा कि जिन जिलों में हमारे सभी विधायक और दो से तीन मंत्री हों वहां से पार्टी प्रत्याशी का तीसरे और चौथे स्थान पर जाना जनता के गुस्से का सबसे बड़ा सबूत है. इससे पहले संभल से चुनाव हारे सफीकुर्ररहमान बर्क ने अपने हारने का कारण बताते हुए कहा कि चुनाव के ठीक पहले राज्यमंत्री से कैबिनेट मंत्री बनाए गए इकबाल महमूद ने क्षेत्र में उनका जमकर विरोध किया.
बाराबंकी से पार्टी के सभी विधायक और तीन मंत्रियों के बाद भी पार्टी का प्रत्याशी चुनाव में चौथे स्थान पर कैसे पहुंच गया. इससे साफ पता चलता है कि वे क्षेत्र के लिए कुछ नहीं करते. तीन मंत्री और पांच विधायक वाले बलिया में पार्टी प्रत्याशी नीरज शेखर चंद्र शेखर की विरासत नहीं बचा पाए. वहां पर कैबिनेट मंत्री नारद राय पर भितरघात करने का आरोप लगा. इसी तरह गाजीपुर में तीन मंत्री और सभी विधायक, भदोही और सोनभद्र के अलावा अंबेडकरनगर में सभी विधायक होने के बाद भी कैबिनेट मंत्री राममूर्ति वर्मा चुनाव में भारी अंतर से हारे.
प्रत्याशियों ने सरकार पर भी भड़ास निकाली और कहा कि अल्पसंख्यकों के कल्याण के कार्यक्रम इतने जोर शोर से प्रसारित किए गए जिसके प्रतिरोध में यादव भी हिन्दू हो गया. धरौरा से लड़े आनंद भदौरिया ने कहा कि सरकार के विकास कार्यो को भी जनता ने इस बार नकार दिया. जिस गांव में 8 करोड़ का पुल बना था वहां भी जमानत जब्त हो गई और जहां यादव, लोध, पासी की संख्या अधिक थी वहां भी पराजय मिली.
बदायूं से जीते धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि 2017 अभी दूर है. मंत्री और विधायक आम जनता के लिए अपना दरावाजा 24 घंटे खुला रखें. उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ जो आंधी चली उसमें हम अपने दिवंगत विधायकों की सीट भी नहीं बचा पाए.
मुलायम सिंह ने मंगलवार को पार्टी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है. साथ ही सभी से पूरी तैयारी के साथ आने के लिए कहा है. इसी बीच रामपुर में कैबिनेट मंत्री आजम खां ने यह कहकर सरकार की मुसीबत बढ़ा दी है कि यहां की जनता को ज्यादा सुविधा मिल गई इसलिए वो वोट देने नहीं निकली जिससे हम हार गए.