काठमांडू,(एजेंसी)10 मई। 25 अप्रैल को हमारे पड़ोसी देश नेपाल में आफत आई। ऐसी आफत जिसने एस छोटे से गरीब देश को जड़ से हिला दिया। 7.9 तीव्रता के भूकंप ने 8000 लोगों की जिंदगियां छीन ली। लोग धीरे-धीरे इस दर्द के ऊबर ही रहे थे कि शनिवार-रविवार को एक बार फिर नेपाल की धरती थर्रायी। एक के बाद एक भूकंप के तीन झटके आए।
लोगों में खौफ फिर से पैदा हो गई। लोग दहशत में चले गए। जो लोग बड़ी मुश्किल से संभल पाए थे, उन्हें इन झटकों से फिर से हिला दिया। शनिवार-रविवार की रात करीब 1 बजकर 50 मिनट पर 4.2 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप का केंद्र काठमांडू से 100 किमी पूर्व में सिंधुपालचौक जिले में था। भूकंप से बचने के लिए अब देवी-देवताओं को मनाएगी सरकार फिर से तड़के 2 बजकर 44 मिनट पर 4 तीव्रता का एक और झटका आया जिसका केंद्र उदयपुर जिले में था। तीसरा झटका सुबह 6 बजकर 34 मिनट पर आया। जिसकी तीव्रता 4.4 थी ।
आपको बता दें कि 25 अप्रैल को 7.9 तीव्रता का भूकंप आने से करीब 8000 लोगों की जान जा चुकी है। जिसके बाद से यहां चार या अधिक तीव्रता वाले 156 से अधिक झटके आ चुके हैं।