जमशेदपुर,(एजेंसी)21 जुलाई। छेड़खानी की घटना के विरोध में मानगो गांधी मैदान के सामने सोमवार की रात 10 बजे सड़क जाम कर कार्रवाई की मांग कर रही भीड़ पर अचानक दूसरे पक्ष से हुए पथराव के के बाद पूरे इलाके का माहौल तनावपूर्ण गया।
मानगो थाना से कुछ ही दूरी पर बड़ा हनुमान मंदिर के पास दो पक्ष के लोग झुंड की शक्ल में ना केवल आमने-सामने भिड़ गए, बल्कि एक दूसरे पर जमकर पथराव किया। इससे भगदड़ मच गई। जो जहां था, जिस स्थिति में था, जान बचाकर भागा। इसमें कई लोगों को चोटें आईं, जिसमें सिटी डीएसपी अनिमेश नैथानी, पारडीह सर्किल इंस्पेक्टर सत्येंद्र प्रसाद, सीसीआर डीएसपी जंसिता केरकेट्टा समेत एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए। सड़क ईंट-पत्थर से पट गया। उपद्रवियों के आगे पुलिस नतमस्तक रही और उपद्रव करने वाले खुलेआम फायरिंग करते रहे।
रुक-रुक कर गोलियों की तड़तड़ाहट से मानगो इलाका गूंजता रहा। पुलिस बेबस नजर आई। हाल यह था कि फायङ्क्षरग और पथराव के बीच सिटी एसपी चंदन कुमार झा समेत कई पुलिस अधिकारी आजादनगर की ओर आगे नहीं बढ़ पा रहे थे। केवल वज्र वाहन का सायरन बजा पुलिस अपनी उपस्थिति जताती रही। कुछ समय बाद सिटी एसपी गिनती के जवानों के साथ दोबारा मौके पर पहुंचे।
फोर्स की कमी लोगों को खलती रही। ग्रामीण एसपी शैलेंद्र कुमार सिन्हा कुछ फोर्स लेकर पहुंचे तो भी पुलिस मानगो हनुमान मंदिर के सामने तक ही पहुंच पाई। घटना के ढाई घंटे बाद वरीय पुलिस अधीक्षक अनूप टी मैथ्यू जवानों के साथ पहुंचे। इसके पूर्व ठेला, गल्फ गेस्ट हाउस समेत कई भवनों में तोडफ़ोड़ हो चुकी थी।
बताया जाता है कि पूरी घटना छेड़खानी को लेकर हुई। एक पक्ष का आरोप है कि रविवार को आजादनगर के कुछ युवकों ने दाईगुट्टू की लड़कियों के साथ छेड़खानी की थी। जब इसका विरोध किया गया, तो सोमवार को आजादनगर के उन्हीं युवकों ने पिस्तौल दिखाते हुए धमकी दी। इसपर दाईगुट्टू के लोगों ने सबक सिखाने की ठानी। हनुमान मंदिर के सामने रात करीब 10 बजे से ही युवाओं का जुटना शुरू हो गया। इसकी प्रतिक्रिया में दूसरे पक्ष के लोग भी काफी तादाद में जुटने शुरू हो गए।
उस पुलिस बल नाममात्र की थी, लिहाजा दोनों पक्ष आमने-सामने भिडऩे को उतारू हो गए। दाईगुट्टू के लोगों ने कार की टायर सड़क पर जला दी, उधर यह देख आक्रोशित दूसरे पक्ष के लोग भी नजदीक आने लगे। इसी बीच एक पक्ष के युवक ने दो-तीन रोड़े फेंके, तो दूसरी ओर से बड़े-बड़े पत्थर बरसने लगे। फिर क्या था भगदड़ मच गई। आलम यह था कि मौके पर मौजूद पुलिस कर्मी भीड़ में शामिल होकर भागने लगे। जब पूरा क्षेत्र एक-दूसरे पर पथराव के डर से खाली हो गया, उसके करीब 15 मिनट बाद जिला पुलिस का दस्ता पहुंचा। देर रात तक दाईगुट्टू व आजादनगर का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
मानगो में लगी धारा 144 : मानगो के आजादनगर व दाईगुट्टू में सोमवार देर रात पौने एक बजे के करीब अनुमंडलाधिकारी आलोक कुमार ने धारा 144 लगा दी। कुमार ने पूरे इलाके में घूम-घूमकर धारा 144 लगने के संबंध में उद्घोषणा की।
विहिप का जमशेदपुर बंद आज : विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष सुजीत साहू व महानगर अध्यक्ष अरुण सिंह ने सोमवार को मानगो के दाईगुट्टू में हुई घटना के विरोध में मंगलवार को सड़कों पर उतरने की घोषणा की है। विहिप ने कल जमशेदपुर बंद का आह्वान किया है।
क्या है मामला: सोमवार की रात एक बाइक पर सवार तीन युवक मानगो गांधी मैदान से तेज रफ्तार से हाथ में पिस्तौल व चाकू लेकर दाइगुट्टू की ओर जाने लगे। रास्ते में चल रही युवतियों के साथ उनलोगों ने बदसलूकी भी की। उमाशंकर सिंह ने बताया कि अक्सर एक समुदाय के युवक दाईगुट्टू में घुसकर युवतियों के साथ छेड़छाड़ करते थे। दो दिन पहले बाइक सवार तीन युवकों ने एक युवती के ओढऩी खींच ली थी। इसका विरोध करने पर युवक गाली-गलौज करते हुए मौके से फरार हो गये थे। आज आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दाईगुट्टू चौक (हनुमान मंदिर के समीप) पर इलाके के युवकों ने रात करीब 9.45 बजे सड़क जाम कर दिया लेकिन दूसरे पक्ष के युवक सड़क जाम का विरोध करते हुए सड़क जाम हटाने को कहने लगे। इसी से मारपीट शुरू हो गई।
पुलिस के सामने ही उपद्रवियों ने की अंधाधुंध फायरिंग : पथराव के बीच पुलिस असहाय बनी रही। इसके कारण एक पक्ष के उपद्रवियों ने फायरिंग तक शुरू कर दी। देखते ही देखते 20 से 25 राउंड फायरिंग की आवाज से पूरा इलाका गूंजने लगा। पुलिस जान बचा कर इधर-उधर भागती नजर आई, जिससे उपद्रवियों का मनोबल इतना बढ़ गया कि उन्होंने हनुमान मंदिर चौक के पास तक आकर पथराव शुरू कर दिया। वहीं दूसरे पक्ष के लोग फोर्स मंगाने को लेकर बार-बार पुलिस के वरीय अधिकारियों से कहते रहे लेकिन मौके पर फोर्स नहीं पहुंची। करीब डेढ़ घंटे बाद पुलिस बल पहुंचा किंतु पुलिस जवान भी उपद्रवियों के सामने जाने से बचते रहे।
एक दर्जन से ज्यादा घायल : दोनों ओर से पथराव में दोनों पक्षों के एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गये। घायलों में सीटी डीएसपी अनिमेष नथानी, पारडीह इंस्पेक्टर सत्येन्द्र सिंह समेत सौरभ, मुन्ना, अफजल, सिकन्दर आदि थे। सौरभ का इलाज गुरुनानक अस्पताल व पुलिस अधिकारियों का इलाज टीएमएच में चल रहा है।
माइक से एनाउंस कर दी चेतावनी : पुलिस के चाहने के बाद भी उपद्रवी शांत होने के नाम नहीं ले रहे थे। डीएसपी अनिमेष नथानी ने माइक से एनाउंस कर उपद्रवियों को सड़क खाली करने की चेतावनी दी लेकिन उनकी चेतावनी का भी उपद्रवियों पर असर नहीं हुआ। 20 मिनट तक सायरन बजाया गया। वज्र वाहन को मौके पर बुलाया गया, इसके बावजूद मामला थमने का नाम ही नहीं ले रहा था।
पुलिस अधिकारी की भी बात नहीं मान रहे थे सिपाही : पुलिस अधिकारी सिपाहियों को मोर्चा संभालने के लिए कह रहे थे लेकिन सिपाही अपनी जान बचा कर पीछे भाग रहे थे। सिटी एसपी चंदन झा सहित कई थाना प्रभारी सिपाही को आगे बढऩे के लिए कहते रहे लेकिन सिपाही कुछ दूर जाते थे फिर पीछे भाग आते थे।
आगजनी व तोड़फोड़ से हजारों का नुकसान : उपद्रवियों ने फुटपाथ पर लगी गुमटियों को आग के हवाले कर दिया और सड़क किनारे बनी ऊंची इमारतों में पथराव कर शीशे झाड़ दिये। दोनों ओर से पथराव में हजारों का नुकसान होने की बात बताई जा रही है।
रात साढ़े बारह बजे पहुंचे एसएसपी, डेढ़ बजे डीआइजी : मानगो में रात दस बजे से बवाल चलता रहा। पुलिस भीड़ के आगे बेबस और लाचार नजर आई। वरीय पुलिस अधीक्षक रात साढ़े बारह बजे पहुंचे, जबकि कोल्हान के डीआइजी आरके धान डेढ़ बजे मौके पर पहुंचे। सिटी डीएसपी अनिमेष नैथानी जब मानगो हनुमान मंदिर के सामने पहुंचे तो भीड़ को हट जाने का पांच मिनट का समय दिया। वह माइक से एनाउंस करने लगे कि भीड़ ने पथराव कर दिया। इसके कारण उनके मुंह में चोट लगी।
मानगो हनुमान मंदिर के सामने तोड़फोड़ : एक पक्ष के उपद्रव मचाने वाले लोगों ने मानगो हनुमान मंदिर के सामने कई भवनों में तोडफ़ोड़ की।
पायल सिनेमा हॉल के दर्शक रहे भयभीत : मानगो में जब बवाल चल रहा था तो पायल सिनेमा हॉल में फिल्म शो समाप्त हुआ था। सड़क पर चल रही भागाभागी और पुलिस की सायरन गाड़ी को देख दर्शक भयभीत हो गए।
डीएसपी आगे बढ़ीं तो फोर्स हो गई पीछे : सीसीआर डीएसपी जसिंता केरकेट्टा फोर्स लेकर आगे बढ़ी तो पथराव में एक पत्थर उनके हाथ में जा लगी। यह देख उनके साथ चले रहे जवान भाग खड़े हुए।
सीएम तक पहुंची जानकारी तब पुलिस-प्रशासन हरकत में आया : मानगो में बवाल होता रहा और पुलिस बेबस नजर आई। रात 12 बजे तक पुलिस लाचार बनी दिखी। इसके बाद कुछ लोगों ने उपायुक्त को मामले से अवगत कराया। उपायुक्त अपने स्तर से मामले को लेकर गंभीर हुए। इस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री तक मानगो की घटना की जानकारी पहुंच गई। तब पुलिस की सक्रियता बढ़ी।
चाउमीन दुकानदार पर तानी पिस्तौल : मानगो हनुमान मंदिर के पास चाउमीन दुकान लगाने वाले अनिल साहू पर सोमवार रात आजादनगर के कुछ युवकों ने पिस्तौल तान दी थी। सुजीत ने इसकी सूचना पुलिस को दी लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही।
घनघनाने लगी फोन की घंटियां : दाईगुïट्टू के पास हुए पथराव व फायरिंग के बाद दैनिक जागरण दफ्तर के फोन की घंटिया घनघनाने लगीं। पाठक यह जानने की कोशिश में लगे रहे कि आखिर दाईगुट्टू हनुमान मंदिर के समीप हुआ क्या है? क्या माहौल है? कब तक शांत होगा?
उपद्रवी एक दूसरे पर बारी-बारी से पड़ रहे थे भारी : दोनों पक्ष के उपद्रवी एक दूसरे पर बारी-बारी से भारी पड़ रहे थे। कभी एक पक्ष दूसरे को खदेड़ रहा था तो कभी दूसरा पक्ष पहले पक्ष को।
एेसे बिगड़ा माहौल: सड़क जाम के बाद आजादबस्ती के युवक जबरन अपनेलोगों को सड़क पार करवा रहे थे जिसका विरोध दाईगुट्टू के युवक कर रहे थे। इसको लेकर दोनों के बीच बाताबाती हुई और मारपीट शुरू हो गई। फिर पथराव होने लगा।
पुलिस प्रशासन को कोसते दिखे लोग : हनुमान मंदिर के पास मौके पर मौजूद एक पक्ष के लोग डीएसपी को बार-बार फोर्स मंगवाने को कह रहे थे, लेकिन फिर भी डीएसपी न तो फोर्स मंगवा रहा थे और न ही कोई सख्त कदम उठा रहे थे। इसके कारण भीड़ आक्रोशित हो गई और डीएसपी पर ही बरस गई।
छत पर चढ़ कर देख रहे थे माहौल : आस-पास रहने वाले लोग अपने-अपने मकान की छत पर चढ़कर पथराव व फायरिंग देख रहे थे। पथराव होते ही उपद्रवियों ने बिजली भी काट दी थी जिसके कारण पत्थर कहां से और किसे लग रहा है, यह देख पाना मुश्किल हो रहा था। इसी वजह से मौके पर भगदड़ का माहौल बन गया था। कई लोगों की गाडिय़ां इस भगदड़ के बीच ही फंसी रहीं।