लखनऊ,एजेंसी | माह-ए-रमजान का आधा महीना बीत चुका है और इस पवित्र माह में सूबे के रोजेदारों को मीठी सेवइयों का स्वाद भी खूब भाने लगा है। छत्तीसगढ़ में राजधानी के बैजनाथपारा मदरसा रोड पर सड़क किनारे इन दिनों अस्थायी रूप से पचासों दुकानें लगी हैं, जहां राजस्थान, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार व उत्तर प्रदेश की सेवइयों की महक छाई हुई है।
यहां देर रात तक सेवइयां खरीदने के लिए लोग पहुंच रहे हैं। दुकानों में सजाई गई अलग-अलग स्वादों वाली रंग-बिरंगी सेवइयां लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही हैं। मुस्लिम समाज के रोजेदारों के अलावा सेवइयां खाने के शौकीन हिंदू समाज के लोग भी जमकर खरीदी कर रहे हैं।
साधारण सेवइयां जहां 60 से 80 रुपये किलो बेची जा रही हैं, वहीं मीठी सेवइयों की कीमत 200 से 260 रुपये किलो है, जिन्हें सीधे गर्म दूध में डालकर खाया जा सकता है। बैजनाथपारा के अलावा मौदहापारा मस्जिद रोड, मोमिनपारा, संजय नगर आदि इलाकों में भी सेवइयों की दुकानें लगी हैं, जहां देर रात तक खरीदी की जा रही है। अलावा इसके सूबे के दीगर जिलों में भी माह-ए-रमजान की रौनक साफ दिख रही है।
राजधानी के सेवई व्यापारी मोहम्मद जाकिर कहते हैं कि मैदे से बनी बारीक और लंबाई वाली साधारण सेवई के अलावा मेवा मिश्रित डबल फ्राई सेवई लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं। साधारण सेवई की अपेक्षा इनकी कीमत दोगुनी से भी ज्यादा है। साधारण सेवई जहां 60 से 80 रुपये कीमत की है, वहीं डबल फ्राई सेवई 150 से 200 रुपये किलो के पैकेट में मिल रही है। ज्यादातर सेवइयां राउरकेला, टाटानगर व कोलकाता से मंगाई गई हैं। जो सेवई एक नंबर क्वालिटी वाली कही जाती है, उसकी कीमत 210 से 225 रुपये तक है। ये सेवइयां आगरा, दमोह, सागर से मंगाई गई हैं।
एक और व्यापारी फारुख मियां ने बताया कि सबसे बेहतर क्वालिटी वाली सेवई राजस्थान के सांभर इलाके की मीठी सेवई (फेनी) है जो 260 से 280 रुपये किलो तक बिकती है। इस सेवई की खास विशेषता यह है कि शक्कर मिला होने से इसका स्वाद मीठा होता है और इसे सीधे गर्म दूध में डालकर खाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि इलाहाबाद के तुलसीपुर इलाके की डबल फ्राई सेवई व मशीन से बनाई गई बारीक फेनी 200 से 250 रुपये और रुमाली बारीक सेवई 120 रुपये किलो दर से बिक रही है।
बैजनाथपारा में खरीदारी करने पहुंचे मोहम्मद नईम परवेज, मो.अयान, नाहिद परवेज ने बताया कि ज्यादातर लोग फेनी व भूंजी सेवई खाना अधिक पसंद करते हैं। इसे दूध में पकाकर तैयार किया जाता है। इसके बाद स्वाद बढ़ाने के लिए काजू, किशमिश, बादाम व अन्य मेवा मिलाया जाता है। इसे पानी व घी में भी तला जा सकता है। इसके अलावा किमामी बारीक सेवई को भी लोग पसंद करते हैं। इसे दूध में पकाकर सिरखुरमा मेवा, काजू, किशमिश, बादाम आदि डालकर खाया जाता है।