कुआलालंपुर,एजेंसी-18 जुलाई। मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक ने कहा कि पूर्वी यूक्रेन के दोनेत्स्क क्षेत्र में रूस की सीमा के नजदीक गिरे मलेशिया एयरलाइंस के एमएच17 विमान से ऎसा कोई संदेश नहीं आया था, जिससे ऎसा लगे कि यह किसी मुश्किल में फंसा था। खबरों के अनुसार, नजीब ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन और अंतर्राष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आईएटीए) ने विमान के हवाई मार्ग को सुरक्षित बताया था और यह भी कहा है कि विमान संख्या एमएच17 जिस हवाई क्षेत्र से उड़ान भर रही थी, वह प्रतिबंधित किए जाने वाला नहीं था।
नजीब के मुताबिक, हालांकि यूक्रेन प्रशासन का मानना है कि विमान को मार गिराया गया है, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने सेपांग में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “अगर इस बात की पुष्टि हो गई कि विमान गिराया गया है, तो इसके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको से बात की है, जिन्होंने मामले की पूरी जांच करने का संकल्प लिया है। नजीब के मुताबिक, यूक्रेन के राष्ट्रपति ने इस बात की पुष्टि की है कि वह विद्रोहियों से प्रभावित क्षेत्र में मानवतावादी सहायता पहुंचाने की अनुमति देने के लिए बातचीत कर रहे हैं।
नजीब ने कहा कि उन्होंने अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से भी बात की है और सभी ने घटनास्थल पर अंतर्राष्ट्रीय टीम को जाने देने और यह सुनिश्चत करने के लिए कहा है कि घटनास्थल से ब्लैक बॉक्स सहित कोई भी मलबा नहीं उठाया जाए। प्रधानमंत्री ने कहा, “यह एक त्रासदी भरा दिन है। विमान में कई देशों के नागरिक थे। दुख की इस घड़ी में हम सभी के साथ हैं।”