लखनऊ,खबर इंडिया नेटवर्क-19 मई। लोकसभा में करारी हार के बाद समाजवादी पार्टी उम्मीदवार आज पहली बार पार्टी प्रदेश मुख्यालय पर पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव से रू-ब-रू हुए। द्विपक्षीप संवाद का सार यही रहा कि अब पार्टी नेता जनता के बीच जाएं। इस मौके पर अतीक अहमद ने कहा कि हार की समीक्षा की गई। हालांकि जिम्मेदार किसी को नहीं ठहराया गया। विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह ने कहा कि हारके कारणों पर मंथन हुआ। किसी मंत्री को इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा गया।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में सपा 78 लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव मैदान में उतरी और केवल पांच पर ही जीत हासिल कर सकी। 73 उम्मीदवार हार गए। विश्लेषक कहने में नहीं चूकते कि सपा की जीत परिवार में ही सिमट कर रह गई। आज पार्टी ने महसूस किया कि चूक कहां और किन परिस्थितियों में पार्टी के सामने ऐसे हालात पेश आए।
सपा की यह बैठक आज दोपहर बाद सम्मन्न हो गई। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव, प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तथा सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने शिरकत की। बैठक में मंत्रियों, राज्य मंत्रियों, दर्जा प्राप्त मंत्रियों और विधायकों की चुनाव में भूमिका पर भी विमर्श हुआ। सपा आगे की मुहिम शुरू करने और उसके लिए संगठन में हेरफेर पर भी मंथन किया। सपा नए तेवर में नजर आने के लिए स्वयं को तैयार करेगी। फिलहाल उसके सामने सबसे बड़ी चुनौती आने वाले छह महीनों में करीब दर्जन भर क्षेत्रों में होने वाले विधानसभा उप चुनाव हैं।
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