नई दिल्ली,(एजेंसी)06 अगस्त। जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में बीएसएफ पर हुए आतंकी हमले और उसमें एक आतंकी की गिरफ्तारी को लेकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह आज संसद में बयान देंगे।
जानकारी के अनुसार, गृहमंत्री राजनाथ सिंह आज संसद के दोनों सदनों में प्रश्नकाल के बाद यानि 12 बजे अपना बयान देंगे। इस बीच, आतंकी को किसने मारा, इस पर बीएसएफ और सीआरपीएफ के बीच विवाद हो गया है। बीएसएफ का दावा है कि शहीद कांस्टेबल रॉकी ने आतंकी को मारा, जबकि सीआरपीएफ का कहना है कि उसके इंस्पेक्टर सुभेंदु राय ने आतंकी को ढेर किया।
कुछ दिन पहले गुरदासपुर और अब उधमपुर में आतंकी घटनाओं ने गृह मंत्रालय को परेशान कर दिया है। साथ ही कश्मीर में पाकिस्तानी और आइएस के झंडे लहराने की कई घटनाओं के कारण भी सरकार पर उंगली उठ चुकी है। अब तो भाजपा के अंदर से भी सख्त कार्रवाई को लेकर मांगे उठने लगी हैं।
पूर्व गृह सचिव व भाजपा सांसद आर के सिंह ने कल लोकसभा में शून्यकाल के दौरान कहा कि पिछले कुछ महीनों से कश्मीर में बार-बार राष्ट्रविरोधी ताकतें सिर उठा रही हैं। पाकिस्तानी झंडे लहराए जा रहे हैं। लेकिन राज्य सरकार हाथ पर हाथ रखे बैठी है। उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार चुप है तो केंद्र सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए ताकि उन ताकतों का नैतिक बल न बढ़े।
भाजपा के लिए ज्यादा आपत्तिजनक और असहज स्थिति तब थी जब उन्होंने तुलना करते हुए कहा, ‘पहले ऐसी ताकतों पर कड़ी कार्रवाई होती थी और यही कारण है उस वक्त इस तरह की ज्यादा घटनाएं नहीं होती थीं।’
यूं तो कश्मीर में पीडीपी के साथ सरकार गठन को लेकर शुरुआत में ही पार्टी के अंदर कुछ सवाल उठे थे। लेकिन सिंह ने खुले मंच से न सिर्फ कश्मीर को लेकर चिंता जता दी बल्कि केंद्र के कामकाज पर भी उंगली उठा दी।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गुरदासपुर की आतंकी घटना के बाद लोकसभा में बयान में कहा था कि ‘हिंदू आतंकवाद’ नामक नया शब्द गढ़ विपक्षी पार्टी ने दहशतगर्दी के खिलाफ लड़ाई को कमजोर किया। आक्रामक राजनाथ यह बोलने से भी नहीं चूके कि कांग्रेस के रुख के कारण ही पाकिस्तान स्थित लश्कर संस्थापक हाफिज सईद जैसे आतंकियों को बल मिला था। उसने संप्रग के तत्कालीन गृह मंत्री को बधाई दी थी।