नई दिल्ली,(एजेंसी)02 जुलाई। डिस्कवरी चैनल पर डॉक्यूमेंट्री देख नकली नोटों का धंधा शुरू करने वाले दो शातिर ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान देविंदर सिंह उर्फ लकी उर्फ कलटा व लक्ष्य लूथरा उर्फ मनु लूथरा के रूप में हुई है। ये लोग नकली नोटों की कई खेप बाजार में उतार चुके थे। पुलिस ने उनके पास से 19300 रुपये के नकली नोट भी बरामद किए हैं। मुख्य आरोपी देविंदर चंद्र विहार का रहने वाला है, जबकि उसका साथी उत्तम नगर का रहने वाला है।
पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त पुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि विकासपुरी थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि क्षेत्र में नकली नोट छापने का धंधा चल रहा है। विकासपुरी के एसएचओ राकेश त्यागी के नेतृत्व में एक टीम को इस दिशा में जांच का कार्य सौंपा गया। पुलिस टीम को लोगों से पता चला कि असली नोट लेकर नकली नोट देने का कारोबार कुछ लोग कर रहे हैं। असली नोट के एवज में ये लोग दो से तीन गुणा कीमत के नकली नोट देते थे। छानबीन कर पुलिस टीम आरोपियों तक पहुंच गई। विकासपुरी स्थित पीवीआर परिसर के पास पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर दोनों आरोपियों को नकली नोटों के साथ गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से पुलिस को सौ-सौ रुपये के नोटों की खेप मिली है।
पूछताछ के दौरान देविंदर ने बताया कि नोट छापने की तकनीक का पता उसे डिस्कवरी चैनल पर एक डॉक्यूमेंट्री देखने के दौरान चला। डॉक्यूमेंट्री में नोट छापने से जुड़ी पूरी जानकारी बताई गई थी। इसमें नोट छापने में प्रयुक्त खास कागज व इस्तेमाल किए जाने वाले रंग के बारे में भी बताया गया था। तमाम जानकारियों के बाद उसने खुद ही नोट छापने का फैसला किया। इस धंधे में उसने लक्ष्य को भी साथ लिया। दोनों ने मिलकर प्रिंटर सहित एक कंप्यूटर सेट खरीदा। बढ़ते धंधे की जरूरत को देखते हुए दूसरा प्रिंटर भी खरीद लिया गया। पुलिस को उन्होंने बताया कि अभी तक ये बाजार में नकली नोटों की कई खेप उतार चुके हैं। हालांकि इसका अनुमान अभी नहीं लग पाया है कि उन्होंने कितने नकली नोट बाजार में उतारे।
देविंदर से पूछताछ के बाद पुलिस ने चंद्र विहार स्थित उसके घर पर छापा मारा। यहां से पुलिस ने कई नकली नोट, दो प्रिंटर, एक सीपीयू, एक मॉनीटर व एक मोबाइल फोन बरामद किया। पुलिस को शक है कि इस धंधे में कुछ और लोग भी जुड़े हुए हैं। पुलिस इसकी जांच कर रही है।