पटना,(एजेंसी)12 जून। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में पूछताछ के बाद दिल्ली लेकर जा रही जांच टीम को एक बार फिर छात्रों ने रोक लिया। जब तक दिल्ली पुलिस उन्हें बचाकर भागती तब तक तोमर पर जूते पड़ने लगे। इसके बाद उन पर जला हुआ मोबिल आइल फेक दिया गया।
सैकड़ों की संख्या में छात्र लाठी-डंडों से लैश होकर आए थे। तोमर पर छात्रों के हमले की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में फोर्स मौके पर भेजा गया। इसके बाद किसी तरह पूर्व मंत्री को बचाते हुए दिल्ली पुलिस भागलपुर से रवाना हुई।
इससे पूर्व तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय से निकलते समय दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर पर आइसा और छात्र समागम संगठन के छात्रों ने जमकर अंडे फेंके थे। इस दौरान दिल्ली पुलिस उन्हें विश्वविद्यालय से लेकर भागने की कोशिश की तो खींचकर पिटाई की भी कोशिश की गई।
दिल्ली पुलिस किसी तरह छात्रों के चंगुल से पूर्व मंत्री को बचाते हुए विश्वविद्यालय परिसर से बाहर निकली। छात्रों को काबू में करने के लिए पुलिस को हल्का बल भी प्रयोग करना पड़ा। छात्रों का कहना था कि तोमर की वजह से विश्वविद्यालय का नाम बदनाम हुआ है। इसका असर उनके करियर पर भी पड़ेगा।
इससे पहले विश्वनाथ सिंह विधि संस्थान मुंगेर में दिल्ली पुलिस की पूछताछ में दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि उन्हें नाम के आगे अधिवक्ता लिखने का शौक था, जिसकी वजह से ऐसा गुनाह कर बैठे।