नयी दिल्ली। 25 मई को मोदी सरकार के 1 साल पूरे होने जा रहे है। इस मौके को खास बनाने के लिए भाजपा की पूरी टीम जुटी हुई है। पूरे देश में भाजपा मोदी सरकार के एक साल पूरे होने के अवसर पर जगह-जगह कार्यक्रम कर अपनी उपलब्धिपयां गिनवाने में लगी है तो दूसरी तरह ब्रिटेन की नामी अंग्रेजी मैगजीन ने मोदी के कामकाज का लेखा-जोखा कर मोदी पर कवर पेज छापी है। ब्रिटेन की जानी-मानी मैगजीन ‘द इकॉनमिस्ट’ ने भी मोदी सरकार की जांच पड़ताल कर कवर स्टोरी छापी है। मैगजीन में मोदी सरकार की आलोचना और सराहना दोनों की है। [ सर्वेश्रेष्ठ पीएम बनते मोदी, जानिए उनकी 10 खास उपलब्धियां ]
मैगजीन ने लिखा है कि पिछले साल मोदी जिन अच्छे दिनों की बात कर के सत्ता में आए थे उनकी रफ्तार उतनी नहीं है जिनती होनी चाहिए। मैगजीन ने मोदी को ‘वन मैन बैंड’ की संज्ञा देते हुए उनकी ऐसी तस्वीर छापी है जिसमें मोदी बहुत से संगीत वाद्य़ यंत्रों के साथ दिख रहे हैं।
मोदी की तारिफ
मैगजीन ने ना केवल मोदी की आलोचना की बल्कि उनके कामों की तारिफ भी की है। मैगजीन ने लिखा है कि पीएम मोदी की सोच अब भी गुजरात के मुख्यमंत्री जैसी ही है, राष्ट्रीय नेता जैसी नहीं। उन्होंने सलाह देते हुए लिखा है कि अगर मोदी को देश में वाकई बदलाव लाना है तो भारत के ‘वन मैन बैंड’ को नई धुन की जरूरत है।
आलोचनाओं से घिरे मोदी
मैगजीन मे मोदी की आलोचना करते हुए लिखा है कि मोदी अच्छे दिनों का नारा देकर सत्ता में तो आ गए, लेकिन उनकी अच्छे दिन लाने की रफ्तार बेहद धीमी है। लेख के मुताबिक भारत को बड़े बदलाव की जरूरत है और यह काम ‘वन मैन बैंड’ के लिए बहुत बड़ी चुनौती है।
तीन मिनट के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करें खुद की तुलना! ‘द इकोनॉमिस्ट’ ने लिखा है कि हमें धार्मिक मामलों को लेकर उनकी क्षमता पर शक था। मोदी तमाम कोशिशों के बावजूद कट्टर हिंदुओं को रोक पाने में नाकाम रहे हैं। लेकिन खुशी की बात है कि अब कोई सांप्रदायिक हिंसा नहीं हो पाई है।