असम में एक महिला डॉक्टर एक ही वक़्त में दो अलग-अलग प्रकार के कोरोना वैरिएंट से संक्रमित हो गई। हालांकि, वे कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुकी हैं। मेडिकल रिसर्च काउंसिल ऑफ इंडिया के डिब्रूगढ़ के रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (RMRC) में किए गए टेस्ट में पुष्टि हुई थी कि महिला डॉक्टर दो प्रकार के कोरोना वैरिएंट से संक्रमित थी।
वैक्सीन की दूसरी डोज़ लेने के एक महीने बाद वह कोरोना वायरस के अल्फा और डेल्टा स्ट्रेन से संक्रमित हो गई थे। हालांकि, महिला डॉक्टर में संक्रमण के हल्के लक्षण पाए गए हैं। वह बिना अस्पताल में भर्ती हुए घर पर उपचार लेकर ठीक भी हो चुकी हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि महिला डॉक्टर हल्के संक्रमण के साथ रिकवर हो गई, क्योंकि वैक्सीन ने असर दिखाया। RMRC के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ पीजे बोर्गकोटी ने बताया कि ‘एक दोहरा संक्रमण उस समय होता है, जब दो तरह के लोग एक ही समय में या बहुत कम वक़्त के लिए संक्रमित होते हैं। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में होता है।
उन्होंने बताया कि किन्तु पहले संक्रमण के 2-3 दिनों के अंदर और एंटीबॉडी डेवलप होने से पहले, दूसरा कोरोना का वैरिएंट एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल गया होगा। इसलिए शरीर में दोनों प्रकार के कोरोना वैरिएंट मौजूद हो सकते हैं।’