दिल्ली में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुरुवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ बैठक करेंगे। बैठक में कोरोना की रोकथाम के लिए कारगर उपायों पर चर्चा की जाएगी। मालूम हो कि दिल्ली में हालात बिल्कुल बेकाबू हो गए हैं। कोरोना के मामले हर रोज नया रिकॉर्ड बना रहे हैं। अस्पताल में मरीजों को बेड नहीं मिल रहे हैं।
मालूम हो कि राजधानी दिल्ली में कोरोना ने भयावह रूप ले लिया है। बुधवार को दिल्ली में कोरोना संक्रमण के 17282 मरीज सामने आए थे, जबकि 9952 मरीज ठीक हो गए और 104 की मौत हो गई।
इसी के साथ दिल्ली में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 767438 हो गई है, जिनमें से 705162 ठीक हो गए हैं और 11540 की मौत हो गई है। फिलहाल राजधानी में 50736 सक्रिय मरीज हैं।
बुधवार को media ने अस्पतालों की पड़ताल पर खबर प्रकाशित की थी, जिसमें एक घंटे के दौरान 18 अस्पतालों में फोन करने के बाद भी आईसीयू बेड खाली न होने का खुलासा किया था।
इस दौरान कई अस्पतालों के फोन नंबर बंद थे, जबकि 71 अस्पतालों में आईसीयू बेड खाली नहीं थे। खबर पर संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य सचिव अमित सिंगला ने बुधवार को ही 11 अस्पतालों में 933 बिस्तर बढ़ाने का आदेश जारी कर दिया था। इसमें 28 वेंटिलेटर और 187 आईसीयू बेड शामिल थे, जबकि 718 कोविड सामान्य वार्ड के बिस्तर थे।
आदेश के अनुसार, दिल्ली के 11 सरकारी अस्पतालों में 4503 कोविड वार्ड के बिस्तर थे और 628 आईसीयू बेड वेंटिलेटर के साथ थे। बिना वेंटिलेटर वाले 687 आईसीयू बिस्तर भी थे, लेकिन अब नए आदेश के तहत सामान्य बिस्तरों की संख्या बढ़कर 5221 हो चुकी है।
वेंटिलेटर के साथ आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाकर 656 कर दी गई है। इनके अलावा आईसीयू बेड भी बढ़ाकर 874 कर दिए हैं। इन अस्पतालों में लोकनायक, जीटीबी, राजीव गांधी, भीमराव आंबेडकर, बुराड़ी, अंबेडकर नगर, डीडीयू, डीसीबी, एसजीएम, एएसबीजी और एसआरसी अस्पताल शामिल हैं।