लखनऊ,(एजेंसी) 20 फरवरी । बजट सत्र के दूसरे दिन भी दोनों सदन में जोरदार हंगामा हुआ। विपक्ष ने स्वाइन फ्लू और खराब कानून व्यवस्था पर सरकार को घेरने की कोशिश की। पेश है दोनों सदनों का हाल।
विधानसभा: बीएसपी का वॉक आउट
विधानसभा की कार्यवाही विपक्ष के हंगामे के साथ शुरू हुई। विपक्ष कार्यवाही को रोक कर प्रदेश की ध्वस्त कानून-व्यवस्था और स्वाइन फ्लू पर चर्चा की मांग कर रहा था। चर्चा न होने पर बीएसपी ने वॉकआउट किया। एक बार फिर सदन में राज्यपाल बनाम आजम खां का मुद्दा उठा। शून्य प्रहर में नेता विपक्ष ने इस मुद्दे पर चर्चा की मांग उठाई, लेकिन अध्यक्ष ने अस्वीकार कर दिया।
लॉ एंड ऑर्डर पर चर्चा की मांग
नेता विपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने अध्यक्ष से कार्यवाही रोक कर कानून-व्यवस्था और स्वाइन फ्लू के मुद्दे पर चर्चा की मांग शुरू कर दी। कांग्रेस नेता प्रदीप माथुर, भाजपा के सुरेश खन्ना और रालोद के दलवीर चौधरी भी यही मांग की। जवाब में संसदीय कार्यमंत्री आजम खां ने कहा कि प्रदेश में कहीं अराजकता नहीं है। विस अध्यक्ष ने विपक्ष से कहा कि अभिभाषण के दौरान उन्हें इन मुद्दों पर बोलने का मौका मिलेगा, इस समय कार्यवाही चलने दीजिए। इस पर नेता विपक्ष मौर्य ने वॉकआउट कर दिया। बीएसपी के जाने के बाद आजम खां ने चुटकी लेते हुए फिर कहा कि ‘सरकार प्रदेश में अराजकता पर काबू पाए है और अब सदन की भी अराजकता खत्म हो गई।
‘पिछड़ों को मिले सौ में साठ’
कांग्रेस विधायक राम अनुग्रह सिंह के सवाल पर पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अम्बिका चौधरी ने माना कि पिछड़े वर्ग को बीमारी और लड़कियों की शादी पर मिलने वाली अनुदान राशि की योजना बजट कम होने के कारण स्थगित की गई है और आगे बजट के हिसाब से कार्यवाही की जाएगी। इस पर कांग्रेस विधायक ने कहा कि लोहिया जी कहते थे कि ‘समाजवादियों ने बांधी गांठ, पिछड़ों को मिले सौ में साठ।’ उन्होंने इस योजना के लिए बजट बढ़ाने के बारे में पूछा तो अम्बिका चौधरी ने कहा कि बजट से पहले इसका खुलासा नहीं किया जा सकता। बीजेपी सदस्य राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि पिछला बजट अब तक की अपेक्षा सबसे बड़ा बजट था, इसके बाद भी पिछड़ों के कल्याण की योजना के लिए बजट न होने का जवाब संवैधानिक संकट की ओर इशारा कर रहा है।
आलू बीज की कमी
यूपी में आलू उत्पादन और उसके बीज की कमी के मुद्दे पर उद्यान मंत्री पारसनाथ यादव के जवाब पर बीएसपी सदस्य डॉ. धर्मपाल सिंह ने कहा कि प्रदेश में 17 लाख मीट्रिक टन बीज की मांग है, जबकि सरकार केवल 14 हजार मीट्रिक टन मुहैया करवा पाई है। सरकार इसे पूरा करने के लिए क्या कर रही है। मंत्री इस पर स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए तो नेता विपक्ष ने कहा कि आलू उत्पादन में यूपी आगे हैं, लेकिन सरकार के बल पर नहीं किसान अपने बल पर हैं। जवाब में मंत्री ने कहा कि बीज की व्यवस्था समय पर की जाती है। इससे नाराज नेता विपक्ष ने 11.35 पर फिर वॉकआउट कर दिया। प्रश्नकाल में बीजेपी नेता सतीश महाना के विकलांगों की योजनाओं के सवाल पर, आरएलडी नेता दलवीर सिंह के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के सवाल और उनके अनुपूरकों पर सदन में चर्चा हुई, जिस पर सरकार ने अपना पक्ष रखा।