लखनऊ,(एजेंसी) 9 फरवरी । उत्तर प्रदेश की राजधानी की पुलिस की नाक का सवाल बने लॉ स्टुडेंट गौरी हत्याकांड की गुत्थी रविवार को सुलझ गई। पुलिस का दावा है कि गौरी की हत्या उसके एक प्रेमी ने की थी। पुलिस ने गौरी के प्रेमी और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया है। साथी पर साक्ष्य छुपाने का आरोप है। पुलिस ने आरोपी प्रेमी के घर से गौरी का मोबाइल फोन, आरी, बाइक और अन्य सामान बरामद किए हैं। प्रेमी में हत्या के बाद आरी से गौरी के शव के टुकड़-टुकड़े कर दिए थे।
राजधानी की पुलिस लाइन सभागार में रविवार की दोपहर प्रदेश के डीजीपी ए.के. जैन ने गौरी हत्याकांड का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से पुलिस को पीजीआई के तेलीबाग निवासी हिमांशु प्रजापति के बारे में शनिवार की रात को पता चला। गौरी और हिमांशु के मोबाइल फोन की लोकेशन लगातार एक साथ मिली। इसी आधार पर पुलिस ने शनिवार देर रात हिमांशु को उसके घर से गिरफ्तार किया।
पहले तो उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, पर बाद में वह पुलिस के सवालों के आगे टूट गया। उसने गुस्से में आकर गौरी की हत्या करने की बात बताई। इसके बाद पुलिस ने उसके घर से गौरी का मोबाइल फोन, आरी, बाइक यूपी 32 सीके 5638, हेलमेट, जैकेट, जींस पैंट और जूता बरामद किया।
आरोपी ने बताया कि वह गौरी को करीब डेढ़ साल से जानता था। उसकी गौरी से वाट्सएप पर बातचीत होती रहती थी। बीते 2 फरवरी को उसने गौरी को मिलने के लिए बुलाया। वह गौरी को लेने के लिए उसके घर के पास बाइक से पहुंचा था। इसके बाद वह गौरी को अपने घर पर लेकर आया। घर पर उसके परिवार के लोग मौजूद नहीं थे। सभी लोग एक शादी में शामिल होने के लिए मुंबई गए थे। हिमांशु ने गौरी से उसका मोबाइल फोन मांगा। गौरी ने पहले मोबाइल फोन देने से मना कर दिया। काफी कहने के बाद गौरी ने मोबाइल फोन दे दिया।
हिमांशु ने जब गौरी के मोबाइल फोन को चेक किया तो उसमें गौरी की आपत्तिजनक फोटो देखी। वह बौखला गई। बस इसी पर हिमांशु ने पीछे से गौरी का गला कस दिया। गला कसने से गौरी बेसुध होकर जमीन पर गिर पड़ी। उसी समय गौरी के मोबाइल फोन पर उसके घरवालों की कॉल आ गई।
आरोपी ने गौरी के घरवालों को उसकी तबीयत खराब होने की बात कहते हुए ईको गार्डेन के पास बुलाया। इस बीच आरोपी हिमांशु अपने एक साथी तेलीबाग खरिका निवासी अनुज कुमार को साथ लेकर बाइक से ईको गार्डेन पहुंच गया। गौरी के घरवाले भी कुछ देर में वहां पहुंच गए। हिमांशु और उसका साथी अनुज भी ईको गार्डेन के पास मौजूद थे।
परिवार वालों के वहां से जाने के बाद हिमांशु ने 50 रुपये में एक आरी और जूट के तीन बैग खरीदे। इसके बाद वह घर पहुंचा और आरी से गौरी के शरीर के टुकड़े कर दिए।
रात होने पर उसने जूट के बैग में गौरी के शरीर के टुकड़े रखे और बाइक पर ले जाकर शहीद पथ के पास फेंक दिया। हिमांशु की सारी बात सुनने के बाद पुलिस ने उसके साथी अनुज को भी गिरफ्तार कर लिया है।