संवाद सूत्र, नवाबगंज : पुलिया निर्माण के दौरान दो नाबालिग मजदूरों की मौत से गांव में आक्रोश फैल गया। परिजनों का आरोप है कि ठेकेदार द्वारा गुमराह कर बच्चों को ले जाया गया और पुल निर्माण के दौरान खोदे गए गड्ढे की सफाई में लगा दिया गया। बिना किसी सुरक्षा उपकरण के लिए बच्चों को नीचे उतारा गया। परिजनों के साथ ग्रामीणों ने सीएचसी में जमकर हंगामा कर ठेकेदार पर मुकदमा दर्ज करने और मुआवजा दिलाए जाने की मांग की। पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज करने और मुआवजा दिलवाने के आश्वासन पर परिजनों ने शव पुलिस को सौंप दिए।
अजगैन के नरायणपुर मजरा भौली में प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत आसीवन ब्रांच की शारदा नहर पुलिया के निर्माण कार्य के दौरान रविवार सुबह मिट्टी का टीला धंसने से हुई बाल मजदूर उदयराज और शहबाज पुत्र शरीफ की मौत से कोहराम मच गया। घटना के समय मौजूद मजदूरों में राजेंद्र, सुजीत, अजीत, शिव, संजय, विजय, सुरेश, आकाश और जगमोहन मौके पर मौजूद थे। सभी ने फावड़ा चलाकर मशक्कत के बाद दोनों को मिट्टी के ढेर से बाहर निकाला। उधर घटना की जानकारी जैसे ही परिजनों को हुई सभी चीखते-चिल्लाते घटनास्थल पर जा पहुंचे। जब तक परिजन पहुंचते दोनों को मिट्टी से बाहर निकालकर सीएचसी ले जाया जा चुका था।
सीएचसी पहुंचे परिजन कलेजे के टुकड़ों के शव देख बदहवास हो गए। देखते ही देखते सैकड़ों की भीड़ जमा हो गई। परिवार के लोगों ने वहां मौजूद ठेकेदार के सहायक गांव के सुजीत कुमार पुत्र युगराज पर जमकर भड़ास निकाली। सभी उसे ही कोसते नजर आए। परिजनों का कहना है कि सुजीत ही ठेकेदार के कहने पर बच्चों को ले गया था। उसने यह भरोसा दिलाया था कि दोनों को किसी हल्के काम में लगाया जाएगा पर उन्हें गड्ढे में मिट्टी साफ करने के लिए उतार दिया। सभी ने हंगामा करते हुए ठेकेदार पर मुकदमा और मुआवजा दिलाए जाने की मांग की।
सीडीओ और एसडीएम ने की जांच
– घटना की सूचना पर सीडीओ टीके शीबू, एसडीएम हसनगंज मनीष बंसल, सीओ भीम कुमार गौतम मौके पर पहुंचे और इंस्पेक्टर प्रदीप ¨सह समेत मृतकों के परिजनों से घटना की जानकारी ली। लोगों ने सरकारी निर्माण में किशोरों को लगाए जाने की बात पूछी तो सीडीओ ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि ठेकेदार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। नाबालिग कैसे काम कर रहे थे इसकी जांच करने के साथ जेई की भूमिका की भी जांच होगी। दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
भाई शिवपूजन शव देख बिलख उठा
– 14 साल के भाई उदयराज की मौत की सूचना पर उसका बड़ा भाई शिवपूजन मां लक्ष्मी के साथ सीएचसी पहुंचा और शव देख कांप उठा। मां को धीरज बंधाने के लिए उसने अपनी आंखों के आंसू रोक लिए। बेटे की मौत से मां बदहवास रही। उधर शहवाज की मां अकबरी का भी रो-रोकर बुरा हाल रहा। शहवाज का बड़ा भाई समी और छोटा इरफान भी सिसकियां भरता रहा।