लखनऊ,एजेंसी-21 जून | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विकलांगों के प्रति सोच और समझ में बदलाव लाए जाने पर बल दिया है। उन्होंने कहा है कि विकलांगजनों में भी हुनर और हौसला है और उन्हें सभी अवसर उपलब्ध कराकर आत्मनिर्भर बनाने की जिम्मेदारी समाज और सरकार की है। मुख्यमंत्री यहां शनिवार को अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस मौके पर विकलांगजन के अधिकारों व कल्याण से जुड़े विभिन्न संगठनों तथा संस्थाओं के पदाधिकारियों ने समाजवादी पेंशन योजना का लाभ 18 वर्ष से कम आयु के नि:शक्त बच्चों के अभिभावकों को भी दिए जाने के फैसले का स्वागत किया।
कार्यक्रम का आयोजन डॉ़ शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय द्वारा किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विकलांगजन की समस्याओं के समाधान के प्रति बेहद संवेदनशील है तथा उनके हित को ध्यान में रखकर विभिन्न कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से संचालित कर रही है।उन्होंने विकलांग कल्याण विभाग का नाम बदलने के सुझाव को स्वीकार करते हुए इसके नाम को परिवर्तित किए जाने का निर्णय लिया। इसी के साथ उन्होंने विश्वविद्यालय में विकलांग श्रेणी के विद्यार्थियों को नि:शुल्क मेस सुविधा प्रदान किए जाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा विकलांगजनों के लिए प्रस्तावित इंटरमीडिएट विद्यालय के लिए प्रदेश सरकार द्वारा सहयोग किया जाएगा। अखिलेश ने कहा कि राज्य सरकार समाजवादी पेंशन योजना का संचालन करने जा रही है। शुरुआत में लाभार्थी को प्रतिमाह 500 रुपये की पेंशन दी जाएगी, जो बढ़ाकर 750 रुपये तक हो जाएगी।उन्होंने कहा, “वर्तमान वर्ष के बजट में योजना के लिए 2,424 करोड़ रुपये प्रस्तावित किए गए हैं और 40 लाख परिवारों को इससे लाभान्वित किए जाने का लक्ष्य है।” उन्होंने कहा कि यह पेंशन योजना देश की पहली पेंशन योजना है, जो इतने बड़े पैमाने पर लागू की जा रही है। राज्य सरकार अपने सीमित वित्तीय संसाधनों के बावजूद प्रदेश के विकास के लिए संकल्पबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार समाज के गरीब और कमजोर वर्गो के कल्याण के साथ-साथ प्रदेश में अवस्थापना विकास पर भी पूरा ध्यान दे रही है। सड़क, पुल, बिजली और पानी की परियोजनाओं को प्राथमिकता प्रदान की गई है। राज्य सरकार की कोशिश है कि प्रदेश आने वाले दो वर्षो में अवस्थापना सुविधाओं के मामले में देश का अग्रणी राज्य बन जाए। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो़ निशीथ राय ने विकलांगजन की शिक्षा तथा कौशल विकास के लिए विश्वविद्यालय की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि शीघ्र ही पुनर्वास केंद्र की स्थापना की जाएगी। राय ने बताया कि इसके अलावा यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल लैंकाशायर, यूनाइटेड किंगडम के सहयोग से विश्वविद्यालय में सेंटर ऑफ साइन लैंग्वेज भी स्थापित किया जाएगा। इस संबंध में दोनों शिक्षण संस्थाओं के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया जाएगा। उन्होंने समाजवादी पेंशन योजना का लाभ विकलांग बच्चों को प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पेंशन योजना का लाभ ऐसे बच्चों के अभिभावकों को देने से इन बच्चों की बेहतर देखभाल में मदद मिलेगी।