पटना,एजेंसी-21 जून। संसदीय कार्य मंत्री सह सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार ने जदयू के 18 बागी विधायकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की पार्टी नेतृत्व को अनुशंसा की है, जिन्होंने राज्यसभा चुनाव में क्रास वोटिंग की है। उन्होंने इन 18 विधानसभा सदस्यों के नामों की सूची भी जारी की है। श्रवण कुमार ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव एवं प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के अलावा उन्होंने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस संबंध में पत्र लिखा है।
शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि इन 18 विधायकों के इस कृत्य से यह स्पष्ट होता है कि उनका यह आचारण स्वेच्छा से जदयू की सदस्यता का परित्याग है। जदयू इन सभी के विरुद्ध शीघ्र आवश्यक कार्रवाई करेगी।
तीन विधायकों-राज कुमार राय, रजिया खातून एवं सरफराज आलम ने क्रास वोटिंग नहीं की है, लेकिन इनके नाम कुछ समाचार पत्रों में छापे गए है। यह पूरी तरह गलत है। इन तीनों ने जदयू के अधिकृत प्रत्याशियों को वोट दिया है। संवाददाता सम्मेलन में रजिया खातून और सरफराज आलम भी मौजूद थे। यह पूछे जाने पर कि क्या राच्यसभा चुनाव में उनके द्वारा व्हिप जारी किया जाना सही था, श्रवण कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग का ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि राच्यसभा चुनाव में व्हिप जारी नहीं हो सकता।
संविधान की 10वीं अनुसूची में पार्टी को यह अधिकार प्राप्त है। संवाददाता सम्मेलन में विधायक राजेश कुमार सिंह और अरुण मांझी भी मौजूद थे। क्रास वोटिंग करने वालों की सूची 1. ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू 2. राजू कुमार सिंह 3. नीरज कुमार सिंह 4. अजीत कुमार 5. अनिल कुमार 6. राहुल कुमार 7. मदन सहनी 8. दिनेश प्रसाद 9. सुरेश चंचल 10. रवींद्र राय 11. जाकिर हुसैन 12. संजय कुमार 13. राजेश्वर राज 14. डा.सुनील कुमार 15. मीना द्विवेदी 16. अमला देवी 17. पूनम देवी 18. सुजाता देवी।
भाजपा में नहीं जाएंगे बागी
जदयू के बागी खेमे का नेतृत्व कर रहे ज्ञानूेंद्र सिंह ज्ञानू ने कहा है कि वे या उनके समर्थन विधायक भाजपा में शामिल नहीं होंगे। पार्टी में रहकर ही हम विधायकों एवं कार्यकर्ताओं के सम्मान के लिए अपनी मुहिम जारी रखेंगे। पार्टी हमारे खिलाफ चाहे जो निर्णय ले, लेकिन हम पार्टी में ही हैं। ज्ञानू ने कहा कि हमारी मुहिम को आंशिक सफलता मिली है। हमारे साथ 18 विधायक हैं।
हमारी मुहिम का ही असर है कि पार्टी में विधायकों एवं कार्यकर्ताओं की पूछ होने लगी है। पहले तो इन्हें हमेशा हाशिए पर रखा जाता था। यह पूछे जाने पर कि पार्टी आप सभी के खिलाफ कार्रवाई करने जा रही है, उन्होंने कहा कि पार्टी जो चाहे निर्णय ले। हम पार्टी में हैं, और पार्टी में ही रहेंगे। राज्यसभा चुनाव में हमने जिन दो प्रत्याशियों का समर्थन किया वे भाजपा के नहीं थे। अनिल शर्मा अभी भी जदयू में हैं, जबकि साबिर अली ने हम लोगों में आस्था व्यक्त की है। वे हमारे साथ हैं। पार्टी में रहकर हम उन चंद लोगों के मंसूबे को नाकाम करेंगे, जो पार्टी को कमजोर करने में लगे हैं। उन्होंने हालांकि इन नेताओं के नाम नहीं बताए।
ज्ञानू ने कहा कि पिछले कुछ माह से विकास की गति धीमी पड़ी है। हम विकास की गति तेज करने के सदन के अंदर एवं सदन से बाहर प्रयासरत रहेंगे। मुझे खुशी है कि हमारी मुहिम का पहला चरण सफल रहा है। इससे पार्टी विधायकों एवं कार्यकर्ताओं में उत्साह है। बागी खेमे के विधायकों की शनिवार को भी बैठक हुई। विधायक राहुल शर्मा के आवास पर हुई इस बैठक में ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, नीरज कुमार बब्लू एवं अजीत कुमार ने भाग लिया।
ज्ञानू ने बताया कि अपनी बात रखने के लिए बागी खेमे की ओर से चार विधायकों को प्रवक्ता बनाया गया है। इनमें पूनम देवी, सुरेश चंचल, रवींद्र राय एवं मदन सहनी शामिल हैं।
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