नई दिल्ली,(एजेंसी) 1 फरवरी । बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) परिसर में प्रबंधन संकाय की एक छात्रा के साथ प्रोफेसर द्वारा छेड़खानी किए जाने का मामला सामने आया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी प्रोफेसर सतीश चंद्र सिंह को निलंबित कर घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
कुलपति प्रोफेसर गिरीश चंद्र त्रिपाठी की अध्यक्षता में उनके आवास पर शनिवार देर रात बुलाई गई आपात बैठक में सतीश चंद्र को निलंबित करने का फैसला किया गया। कुलपति ने मामले की जांच के भी आदेश दे दिए हैं। बीएचयू के जन संपर्क अधिकारी राजेश सिंह ने बताया कि सतीश चंद्र को निलंबित कर मामले की जांच के लिए समिति का गठन कर दिया गया है।
इधर, सतीश चंद्र ने छात्रा के लगाए आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘बाबा विश्वनाथ सब देख रहे हैं, मैंने ऐसा कुछ नहीं किया है। आखिर मैं ऐसा क्यों करूंगा। मुझे फंसाने की कोशिश की जा रही है।’
जन संपर्क अधिकारी ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन के संज्ञान में यह मामला 30 जनवरी को आया था। लंका थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद कुलपति ने सतीश चंद्र को निलंबित करने का निर्णय लिया. बीएचयू का शिकायत प्रकोष्ठ इस मामले की जांच कर रहा है।
इधर, शनिवार रात सतीश चंद्र को अचानक दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें सर सुंदरलाल अस्पताल के सीसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया। पीड़ित छात्रा ने शुक्रवार को अपनी साथी छात्राओं के साथ लंका थाने पहुंचकर प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
सूत्रों के अनुसार, छात्राओं ने शनिवार को विश्वविद्यालय के दौरे पर आईं केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी से मिलकर उन्हें इस घटना से अवगत कराया था। पुलिस अधीक्षक (नगर) सुधाकर यादव ने बताया कि इसकी शिकायत लंका थाने में दर्ज कराई गई थी और मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
थाने द्वारा विश्वविद्यालय से संपर्क किए जाने के बाद शुरुआत में इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।