नई दिल्ली,(एजेंसी)19 अगस्त। भारत और पाकिस्तान के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) स्तर की 23 अगस्त को दिल्ली में होने वाली बातचीत से पहले पाकिस्तानी उच्चायोग ने बुधवार को हुर्रियत नेताओं को न्योता भेजा है। पिछली बार भी जब भारत और पाकिस्तान के बीच सचिव स्तर की बातचीत होने वाली थी, तब पाकिस्तान ने अलगाववादियों से बात की थी, जिसके बाद भारत ने ये वार्ता रद कर दी थी।
पाक उच्चायुक्त ने हुर्रियत नेता सैयल अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारुक, यासीन मलिक व नईम खान को सरताज अजीज से मिलने के लिए दिल्ली बुलाया है।
इस बीच, इधर, पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने दावा किया है कि पाकिस्तान के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तरीय बातचीत का कोई फायदा नहीं होगा।
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल व उनके पाकिस्तानी समकक्ष सरताज अजीज के बीच दिल्ली में 23 अगस्त को होने वाली बैठक आतंकवाद से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की संभावना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच पिछले महीने की मुलाकात के बाद भारत ने नई दिल्ली में 23-24 अगस्त को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अजीज की बैठक का प्रस्ताव रखा था। भारत ने पिछले साल 25 अगस्त को प्रस्तावित विदेश सचिव स्तर की बातचीत को रद्द किया था। इसके बाद भारत के आग्रह पर दोनों देश 10 जुलाई को उफा में मिले और उन्होंने आग्रह किया कि दोनों एनएसए दिल्ली में मिलेंगे।
संभावना है कि भारत इस बात का सबूत दे सकता है कि गुरदासपुर में हमला करने वाले तीन आतंकी पाकिस्तान से आए थे और ऊधमपुर में जिंदा पकड़ा गया आतंकी मोहम्मद नावेद याकूब पाकिस्तानी नागरिक है। सूत्रों ने कहा कि अजीज के साथ अपनी बातचीत के दौरान डोभाल 1993 के मुंबई धमाकों के मुख्य आरोपी दाऊद को सौंपने व मुंबई हमले के साजिशकर्ताओं हाफिज सईद और जकीउर रहमान लखवी को सजा सुनिश्चित करने के लिए सुनवाई को तेज करने के लिए दबाव बना सकते हैं।