नई दिल्ली,(एजेंसी)05 अगस्त। उपराज्यपाल नजीब जंग ने आम आदमी पार्टी की मुसीबत बढ़ा दी है। पार्टी के एक और विधायक व पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती के खिलाफ मुकदमा चलाने की इजाजत दे दी है।
महत्वपूर्ण यह है कि दिल्ली सरकार के गृह विभाग के मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमनाथ भारती के खिलाफ मुकदमा चलाने की इजाजत देने से इंकार कर दिया था। जाहिर है अब उन पर कानून का शिकंजा कसेगा।
आप विधायक सोमनाथ भारती पर गत वर्ष जनवरी में अफ्रीकी मूल की महिलाओं के साथ बदसलूकी करने का आरोप लगा था। जिसके बाद महिलाओं की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर अदालत में सोमनाथ भारती के खिलाफ चार्जशीट तक पेश कर दिया था।
चूंकि मामला आप विधायक व पूर्व मंत्री से जुड़ा हुआ था, इस कारण अदालत में ट्रायल शुरू करने के लिए उपराज्यपाल से मंजूरी की दरकार थी। इस संबंध में पुलिस द्वारा भेजी गई फाइल को दिल्ली सरकार के गृह विभाग के मंत्री सत्येंद्र जैन ने स्वीकृति देने से साफ इंकार कर दिया था।
अब सरकार के फैसले से इतर उपराज्यपाल नजीब जंग ने मुकदमा चलाने को लेकर सहमति दे दी है। इसके साथ ही सोमनाथ भारती के खिलाफ चार्जशीट के अनुसार मुकदमे का ट्रायल शुरू हो जाएगा।
आप विधायक व केजरीवाल सरकार के पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती पर आरोप है कि उन्होंने मंत्री पद और गोपनीयता की शपथ लेने के बाद भी अपने कार्य से संविधान तथा सरकार की गरिमा को प्रभावित किया।
गत वर्ष 15-16 जनवरी की रात उन्होंने लगातार कानून को हाथ में लेने की घटनाओं और खिड़की एक्सटेंशन गांव में आधी रात को समर्थकों के साथ अफ्रीकी मूल की महिलाओं के घरों में जबरन घुसकर छापा मारा और वेश्यावृति, ड्रग्स बेचने जैसे आरोप लगाए।
सोमनाथ भारती की इस हरकत के बाद अफ्रीकी मूल की महिलाओं ने उनके खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने जांच कार्रवाई करते हुए गत वर्ष सितंबर में अदालत में चार्जशीट भी दाखिल कर दिया था।
मालूम हो कि वहीं अपने कानून मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई करने के बजाए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व उनके मंत्री ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ मंत्री से बदसलूकी करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
इसके लिए पूरी सरकार धारा 144 का उल्लंघन कर 20 व 21 जनवरी को रेल भवन के सामने गैर कानूनी धरना भी दिया था।
दो आप विधायक पहले ही भेजा जा चुके हैं जेल
आम आदमी पार्टी के दो विधायक जिसमें कानून मंत्री रहे जितेंद्र तोमर फर्जी डिग्री के मामले में तथा दूसरे मनोज कुमार फर्जी कागजात के आधार पर जमीन कब्जाने के आरोप में तिहाड़ में बंद हो चुके है। 14 फरवरी को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद ही इन दोनों विधायकों के खिलाफ पुलिस को शिकायत प्राप्त हुई थी। शिकायत की जांच के बाद अचानक पुलिस ने एक-एक कर दोनों विधायकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।