नई दिल्ली,(एजेंसी)29 जुलाई। दीनानगर में हुए आंतकी मुठबेड़ में दीनानगर के गांव जंगला का रहने वाला होम गार्ड जवान देस राज आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गया। देसराज का आज अंतिम संस्कार उनके गांव में हुआ यहां पुलिस के आला अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी।
11 घंटे तक आतंकियों से हुई मुठभेड़ में दीनानगर के जंगला गांव के रहने वाले जवान देसराज भी शहीद हो गए। तीन महीने बाद बेटी की शादी होनी है लेकिन आज पिता की चिता जली है। देसराज की शहादत को सलाम करने पूरा गांव उमड़ा। अंतिम संस्कार में पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह भी शरीक हुए। परिवार को देसराज की शहादत पर गर्व है।
होम गार्ड देसराज दीनानगर पुलिस स्टेशन में उस वक्त तैनात था जब सोमवार को जब तीन आंतकी दीनानगर पुलिस स्टेशन में हथियारों के साथ दाखिल हुए। जैसे ही आतंकियों ने गोलियां बरसानी शुरू की देसराज ने आतंकियों का डटकर मुकाबला किया और लड़ते-लड़ते शहीद हो गए। देसराज के परिवार की हालत अच्छी नहीं है और वो चाहते हैं कि देसराज के बेटे को नौकरी मिले और बेटी की शादी के लिए सरकार मदद करे।
जवान बोधराज शहीद
कल पंजाब के गुरदासपुर में आतंकियों से लोहा लेते हुए होमगार्ड के जवान बोधराज शहीद हो गए थे। जिस वक्त आतंकी दीनानगर पुलिस चौकी में घुसे थे बोधराज ड्यूटी पर तैनात थे। बोधराज ने बहादुरी के साथ आतंकियों का मुकाबला किया। परिवार को उनकी शहादत पर गर्व है।
दीनानगर के पास के गांव शादीपुर में होमगार्ड के जवान बोधराज का घर है। बोधराज की शहादत की खबर मिलने के बाद से परिवार शोक में डूबा हुआ है। सोमवार को दीनानगर पुलिस चौकी में आतंकियों से लोहा लेते हुए बोधराज शहीद हुए थे। जिस वक्त आतंकियों ने पुलिस चौकी पर धावा बोला बोधराज ड्यूटी पर तैनात थे। बोधराज ने पूरी दिलेरी के साथ आतंकियों का मुकाबला किया। लेकिन आतंकियों के आधुनिक हथियार के सामने उनकी पुरानी बंदूक ज्यादा देर टिक नहीं पाई। बोधराज ने देश के लिए अपनी जान दे दी। परिवार को उनकी शहादत पर गर्व है।
बोधराज के परिवार में पत्नी के अलावा एक बेटा और दो बेटियां हैं। बेटियां कॉलेज में पढ़ती हैं और बेटा स्कूल में। परिवार में अकेले कमाने वाले थे। बोधराज नया घर भी बनवा रहे थे। जिसके लिए उन्होंने कर्ज भी ले रखा था। अब परिवार की उम्मीदें सरकार से मिलने वाली मदद पर टिकी हैं।