नई दिल्ली,(एजेंसी)20 जुलाई। मानसून सत्र से पहले आज लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सभी दलों ने सत्र को शांतिपूर्ण तरीके से चलाने में अपनी सहमति जताई है। इस बैठक की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा है कि सभी दलों ने सदन को ठीक से चलाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया है कि इस बैठक में भूमि बिल पर आज पेश होने वाली जेपीसी की रिपोर्ट के लिए कमेटी ने कुछ ओर समय मांगा है। अब यह रिपोर्ट अगस्त में सौंपी जाएगी। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा है कि मानसून सत्र में सरकार हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार है।
मानसून सत्र को लेकर आज का दिन बैठकों से भरा रहा। एक तरफ जहां सुमित्रा महाजन ने सर्वदलीय बैठक बुलाई वहीं दूसरी आेर केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने भी सदन को भलीभांति चलाने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। वहीं आज शाम को पीएम भी एनडीए के घटक दलों के साथ मानसून सत्र में सरकार की रणनीति को लेकर एक बैठक करने वाले हैं। इन सभी कवायदों के बीच विपक्ष के तेवर नरम नहीं हुए हैं। वह मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राजस्थान के मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के इस्तीफे पर अड़ी है।
वहीं दूसरी ओर वैंकेया नायडू ने साफ कर दिया है कि कोई भी इस्तीफा नहीं देगा। दूसरी ओर भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी का कहना है कि कांग्रेस समेत विपक्ष ने पूरी मंशा सदन को सुचारू रूप से न चलने देने की बनाई है। सुषमा स्वराज पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सदन में अपना पक्ष वह खुद ही रखेंगी। गौरतलब है कि सरकार को घेरने के लिए विपक्ष के पास भूमि बिल, व्यापमं और ललितगेट जैसे बड़े मुद्दे हैं जिनपर सरकार से विपक्ष मंत्रियों का इस्तीफा मांग रहा है। हालांकि भूमि बिल पर सपा ने सरकार का साथ देने की बात जरूर कही है, जो उसके लिए राहत का विषय है।