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फीफा के सात बड़े अधिकारी गिरफ्तार, 900 करोड़ रुपए की घूस लेने का आरोप


वॉशिंगटन,(एजेंसी)28 मई। षडयंत्र और भ्रष्टाचार के आरोप में फुटबाल की वैश्विक संस्था के सात अधिकारियों को ज्यूरिख में गिरफ्तार किया गया जिसमें एक फीफा उपाध्यक्ष भी शामिल है। स्विस अधिकारियों के अनुसार फीफा की वार्षिक कांग्रेस से मात्र एक दिन पूर्व इन अधिकारियों को करोड़ों डॉलर की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया।

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अमेरिका के आग्रह पर बुधवार सुबह जिन सात लोगों को गिरफ्तार किया उनमें जैफ्री वेब, एडवडरे ली, जूलियो रोचा, कोस्टास तकास, युगेनियो फिगुएरेडो, राफेल एसक्विवेल और जोस मारिया मारिन शामिल हैं। अमेरिका और स्विट्जरलैंड के अधिकारियों ने ज्यूरिख में गिरफ्तारी की पुष्टि की है जिससे खेल की सर्वोच्च संचालन संस्था के फैसले लेने की प्रक्रिया पर सवालिया निशान लग गया है।

इसके अलावा फीफा के मुख्यालय पर भ्रष्टाचार से संबंधित मामले में छापे भी मारे गए. फीफा अध्यक्ष के नये कार्यकाल के चुनाव से दो दिन पहले यह कार्रवाई हुई। सेप ब्लाटर इन चुनावों में पांचवें कार्यकाल के लिए चुनौती पेश करेंगे। फीफा के आला अधिकारियों की यह गिरफ्तारियां ज्यूरिख के लग्जरी होटल से हुई। ये सभी इस होटल में कल से शुरू हो रही बैठक की तैयारी कर रहे थे।

इन सभी को अब रिश्वत में 10 करोड़ डॉलर से अधिक लेने के आरोप में निर्वासित करके अमेरिका भेजा जा सकता है। उधर वाशिंगटन में षड्यंत्र और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के बाद अमेरिका के संघीय अभियोजकों ने 14 व्यक्तियों के खिलाफ आरोप लगाए हैं जिसमें नौ फुटबाल अधिकारी भी शामिल हैं।

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जिस होटल से फीफा अधिकारियों की गिरफ्तारी हुई।

दूसरी तरफ एक अलग मामले में स्विट्जरलैंड की पुलिस ने 2018 विश्व कप की मेजबानी के अधिकार रूस और 2022 के टूर्नामेंट के अधिकार कतर को दिए जाने से संबंधित जांच के संदर्भ में फीफा मुख्यालय से फाइलें और ईमेल जब्त दिए. वर्ष 2010 में इन टूर्नामेंटों को लेकर फीफा में हुए मतदान के दौरान बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी के आरोप लगे थे. एक प्रवक्ता ने हालांकि आज कहा कि आयोजन स्थलों को बदले जाने का सवाल ही नहीं उठता।

फीफा प्रवक्ता वाल्टर डि ग्रेगोरियो ने कहा कि ब्लाटर जांच में शामिल नहीं हैं और अध्यक्ष पद का चुनाव पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शुक्रवार को ही होगा। ग्रेगोरियो ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘समय अच्छा नहीं है। फीफा इस कार्रवाई का स्वागत करती है जिसका मकसद फुटबाल से किसी भी गलत चीज को खत्म करना है।’’ इस बीच ब्लाटर को पांचवां कार्यकाल हासिल करने का प्रबल दावेदार माना जा रहा है, लेकिन इस घटना के बाद उनके पक्ष में वोट करने वालों की संख्या में कुछ गिरावट आ सकती है।

अध्यक्ष पद के लिए ब्लाटर के एकमात्र विरोधी प्रिंस अली बिन अल हुसैन ने इस बीच इन गिरफ्तारियों को ‘फुटबाल के लिए दुखद दिन’ करार दिया है। प्रिंस अली फीफा उपाध्यक्ष भी हैं। प्रिंस अली और यूरोपीय महासंघों के प्रमुखों ने कहा है कि फीफा की छवि को बचाने के लिए तुरंत नेतृत्व में बदलाव की जरूरत है। वॉशिंगटन की अदालत में जिन फुटबाल अधिकारियों पर धोखाधड़ी और रिश्वत के आरोप लगे हैं उनमें महाद्वीपीय परिसंघ सीओएनसीएसीएएफ के मौजूदा और पूर्व अध्यक्ष जैफ्रे वेब और जैक वार्नर भी शामिल हैं।

इसके अलावा जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें खेल मार्केटिंग अधिकारी भी शामिल हैं जिन पर आरोप है कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय फुटबाल टूर्नामेंटों के लुभावने मीडिया और मार्केंटिंग अधिकार हासिल करने के लिए रिश्वत में या तो व्यवस्थित तरीके से 15 करोड़ डॉलर से अधिक दिए या देने को राजी हुए। इस बीच अमेरिकी सीनेटर जान मैकेन और राबर्ट मेनेनडेज ने फीफा को पत्र लिखकर उक्रेन में कथित आक्रामक कार्रवाई के कारण रूस से 2018 विश्व कप की मेजबानी का अधिकार छीनने को कहा है।

सीनेटर साथ ही चाहते हैं कि विश्व कप की मेजबानी में रूस के लगातार समर्थन को देखते हुए फुटबाल की वैश्विक संस्था के अध्यक्ष पद पर पांचवें कार्यकाल के लिए ब्लाटर की कोशिश को समर्थन देने पर भी फीफा पुनर्विचार करे। साथ ही मास्को को दुनिया की सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिताओं में से एक की मेजबानी के सम्मान से वंचित किया जाए।

भ्रष्ट अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा: ब्लाटर
फीफा अध्यक्ष सैप ब्लाटर ने माना कि भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आने की वजह से फुटबॉल का विश्व निकाय कठिन समय से गुजर रहा है लेकिन उन्होंने संकल्प जताया कि कोई भी अधिकारी अगर दोषी पाया गया तो उसे खेल से निष्कासित कर दिया जाएगा। ब्लाटर ने अपनी पहली प्रतिक्रिया अमेरिकी भ्रष्टाचार जांच के तहत ज्यूरिख में सात अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद दी।

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फीफा अध्यक्ष सैप ब्लाटर

फीफा ने इस स्कैंडल में कथित संलिप्तता को लेकर 11 लोगों को अस्थायी तौर पर प्रतिबंधित कर दिया है ब्लाटर ने एक वक्तव्य में कहा, ‘‘यह फुटबॉल, प्रशंसकों और एक संगठन के तौर पर फीफा के लिए कठिन समय है। अनेक लोगों ने जो निराशा जाहिर की है उसे हम समझते हैं और मैं जानता हूं कि जिस तरीके से अनेक लोग हमें देखते हैं उससे आज का कार्यक्रम प्रभावित होगा।’’ उधर, अमेरिकी स्पोर्ट्सवियर कंपनी नाइकी ने कहा कि वह वैश्विक फुटबॉल निकाय फीफा में भ्रष्टाचार की जांच में सहयोग कर रही है।

उसने यह बात अदालती दस्तावेजों में स्कैंडल में उसकी संलिप्तता की ओर इशारा किये जाने के बाद कही है। कंपनी ने कहा, ‘‘हम सहयोग कर रहे हैं और अधिकारियों के साथ सहयोग जारी रखेंगे।’’ कंपनी ने यह बात अमेरिकी न्याय विभाग के रिश्वतखोरी को लेकर 14 फीफा अधिकारियों और खेल विपणन अधिकारियों को दोषारोपित किए जाने के बाद कही।

गिरफ्तार अधिकारियों ने अमेरिका के लिए सरेंडर करने का विरोध किया
भ्रष्टाचार मामले में ज्यूरिख में गिरफ्तार फीफा के सात में से छह अधिकारी अमेरिका के लिए प्रत्यर्पण का विरोध कर रहे हैं। स्विस न्याय मंत्रालय ने कहा कि ज्यूरिख के एक चर्चित होटल से गिरफ्तारी के बाद पुलिस सभी से पूछताछ कर रही है।

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अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई के अधिकारी सबूत जुटाते हुए।

एक बयान में कहा गया कि जो लोग प्रत्यर्पण का विरोध कर रहे हैं उनके लिए न्याय मंत्रालय अमेरिका से द्विपक्षीय प्रत्यर्पण संधि के तहत 40 दिन के भीतर औपचारिक प्रत्यर्पण आग्रह देने के लिए कहेगा। उधर, फीफा ने अमेरिकी जांच के बाद अमेरिका में भ्रष्टाचार के आरोप झेल रहे 11 अधिकारियों पर ‘‘अस्थायी रूप से’’ प्रतिबंध लगा दिया।

ज्यूरिख के एक होटल से सात अधिकारियों की गिरफ्तारी के कुछ घंटों के भीतर फीफा की नीति समिति ने यह कार्रवाई के आदेश दिये। इस बीच, यूरोपीय फुटबाल संघ यूईएफए ने कहा कि भ्रष्टाचार के दो मामले सामने आने के बाद अब फीफा के अध्यक्ष पद का चुनाव स्थगित होना चाहिए।

यूईएफए के महासचिव गियानी इंफेंटीनो ने कहा कि यूईएफए का मानना है कि फीफा कांग्रेस स्थगित होनी चाहिए और शुक्रवार को होने जा रहा अध्यक्ष पद का चुनाव आगामी छह महीनों में होना चाहिए।


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