काठमांडू,(एजेंसी)24 मई। नेपाल में 25 अप्रैल को आए भीषण भूकंप के बाद आ रहे आफ्टर शॉक्स और लैंडस्लाइड की घटनाओं से बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। नेपाल के म्याग्दी जिले के रामछे गांव में शनिवार रात हुए लैंडस्लाइड से काली गंडकी नदी (भारत में गंडक नदी के नाम से चर्चित) ब्लॉक हो गई है। इसके बाद ही अधिकारियों ने हजारों ग्रामीणों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की है। अधिकारियों के अनुसार,यह जगह राजधानी काठमांडू से 140 किलोमीटर दूर है। नदी में मलबा जमा होने के कारण जलस्तर काफी बढ़ गया है, जिससे आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, बाढ़ का पानी भारत के कुछ इलाकों में भी पहुंच सकता है।
गोरखा जिले में लैंडस्लाइड प्रभावित क्षेत्र।
नेपाल के गृहमंत्री ने कहा- कई जिलों में है बाढ़ का खतरा
नेपाल के गृहमंत्री लक्ष्मी प्रसाद ढकाल ने बताया कि पर्बत, स्यांग्जा, गुल्मी, पल्पा, नवलपारसी और चितवन जिले बाढ़ से प्रभावित हो सकते हैं। उन्होंने बताया, “हमने इन जिलों के गांवों में रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों की ओर जाने की अपील की है।” गौरतलब है कि यह नदी नेपाल से होकर भारत में बहती है, जिसे यहां गंडक के नाम से जाना जाता है। 25 अप्रैल को नेपाल में आए भीषण भूकंप से 8,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद 12 मई को भी यहां भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी। मंत्री ने बताया कि भूकंप की वजह से पहाड़ों की ढलान कमजोर हो गई हैं और खतरा काफी बढ़ गया है।
नदी से मलबा हटाने की कोशिश कर रही है सेना
पुलिस अधिकारी कमल सिंह बाम ने बताया कि इन जगहों पर सेना और पुलिसकर्मियों को भेजा गया है। उन्होंने बताया कि नदी में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और सेना के जवान नदी में जमा मलबे को हटाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शनिवार रात हुई लैंडस्लाइड के कारण दो दर्जन घर नष्ट हुए हैं, लेकिन प्रशासन को हताहतों की जानकारी नहीं है।