कॉर्बेट पार्क घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए रामनगर के बरसाती नाले परेशानी का सबब बन रहे हैं। हर साल यहां घूमने आने वाले पर्यटक बरसात में मुसीबत में फंसते हैं, लेकिन न तो स्थानीय प्रशासन और न सरकार के प्रतिनिधि इस ओर ध्यान दे रहे हैं। कई साल बीतने के बाद भी आज तक दो जगह पर बरसाती नालों का समाधान नहीं हुआ।
कार्बेट पार्क की वजह से रामनगर का पर्यटन का अपना एक अलग स्थान है। हर साल पर्यटक यहां परिवार संग छुट्टी के दौरान घूमने के लिए आते हैं। लेकिन पर्यटकों के लिए बरसात का सीजन काफी परेशानी लेकर आता है। पर्यटक रामनगर में बरसात के दौरान अपने रिसॉर्ट में जाते समय सड़क में आने वाले नालों में फंस जाते हैं। यदि वह नाला पार करने का प्रयास भी करते हैं तो नाले में बहाव की स्थिति नहीं भांप पाने की वजह से वह हादसे का शिकार हो जाते हैं। विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने बताया कि रिगोंड़ा व टेड़ा बरसाती नाले का समाधान किया जाएगा। वन विभाग से इस संबंध में बात की जाएगी।
नालों की वजह से यह हुए बड़े हादसे
तीन साल पूर्व सांवल्दे गांव में बरसाती नाले को कार से पार करने के दौरान दिल्ली के एक शिक्षण संस्थान के दो लोग बह गए थे। दो साल पूर्व धनगढ़ी बरसाती नाला पार करने के दौरान चार पर्यटकों की मौत हो गई थी। एक साल पूर्व पहाड़ से दिल्ली जा रहे कार सवार दो लोगों की भी बहने से मौत हो गई थी। इन बरसाती नालों में ऐसे ही कई अन्य हादसे भी हो चुके हैं। हालांकि धनगढ़ी में पुल का काम शुरू हो गया है। शनिवार रात में रिसॉर्ट में जा रहे हरियाणा के पर्यटकों की कार टेड़ा गांव के रपटे में बह गई। गनीमत रही कि उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ।
इन दो नालों पर बहने का खतरा
ढिकुली जाने के लिए रिगोंड़ा में दस मीटर का नाला है। जिस पर आज तक पुल नहीं बना है। टेड़ा गांव में भी हर साल बरसाती नाल उफान पर रहता है। उस पर भी पुल के लिए कोई कार्रवाई नहीं हुई है।