देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। लोग अपनी जांच नहीं करवा पा रहे हैं। कई अस्पतालों में जांच किट नहीं है। लोगों को आनलाइन जांच की भी सुविधा नहीं मिल पा रही है। ऐसे में कुछ लैब लोगों को फर्जी तरीके से रिपोर्ट दे रही हैं। ऐसे ही एक गैंग के 5 लोगों को मालवीय नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने खिड़की एक्सटेंशन में रहने वाले एक ही परिवार के 45 सदस्यों को कोरोना की गलत रिपोर्ट दे दी।
पुलिस ने इस मामले में एक लैब टेक्नीशियम समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन्होंने सैंपल लिया मगर उसको किसी रिकॉर्ड में नहीं चढ़ाया बल्कि फर्जी रिपोर्ट दे दी। आरोपित genestring lab के नाम पर घर से सैंपल लेकर गए थे और उन्हें बिना लैब के रिकॉर्ड में चढ़ाए फर्जी जांच रिपोर्ट दे दी। पुलिस ने इस मामले में लैब का एक टेक्नीशियन को भी गिरफ्तार किया है। मामले की जांच जारी है।
इससे पहले उत्तरी जिला पुलिस ने रेमडेसिविर, फेविफ्लू जैसी दवाओं की कालाबाजारी के आरोप में भी कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था। राजधानी में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, आक्सीमीटर जैसे उपकरण भी गायब होने लगे हैं। जबकि महंगे दामों पर इनकी कालाबाजारी भी खूब हो रही है। ऐसे ही एक मामले में उत्तरी जिला पुलिस की स्पेशल स्टाफ और वाहन चोरी निरोधक दस्ता ने संयुक्त कार्रवाई कर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया था। आरोपितों के कब्जे से 170 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन बरामद की गई थी। आरोपित एक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन को 90 हजार से एक लाख रुपये तक की कीमत में बेचते थे।