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दिल्ली में कहर ढा रहा कोरोना : राजधानी में रिकॉर्ड 3090 कंटेनमेंट जोन बनाए गए


देश की राजधानी में अचानक कोरोना वायरस मामलों में आए उछाल के साथ-साथ कंटेनमेंट जोन की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. आंकड़ों पर नजर डालें तो दिल्ली में साल 2021 में मार्च के महीने में 1400 से ज्यादा कंटेनमेंट जोन और सिर्फ अप्रैल के महीने में 900 से ज़्यादा कंटेनमेंट ज़ोन बनाए गए हैं.

दिल्ली सरकार की हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक 5 अप्रैल तक पूरी दिल्ली में एक्टिव कंटेनमेंट जोन की संख्या 3090 है. वहीं 1 मार्च से 5 अप्रैल तक करीब 2500 कंटेटमेंट ज़ोन देश की राजधानी में बनाए जा चुके हैं.

पूरी दिल्ली में सबसे अधिक दक्षिण जिले में 749 कंटेनमेंट ज़ोन मौजूद हैं. वहीं दिल्ली के उत्तरी जिले में 444 कंटेनमेंट जोन हैं. मार्च से लेकर अप्रैल तक इन दोनों जिलों में सबसे अधिक कोरोना के मामले सामने आए हैं और यहां बड़ी संख्या में इलाकों को सील किया गया है.

इसके अलावा नई दिल्ली में 350, पश्चिमी दिल्ली में 301, दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में 290, उत्तर-पश्चिमी दिल्ली में 289, दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली में 261, शाहदरा में 108, सेंट्रल दिल्ली में 108, उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 97 और पूर्वी दिल्ली में 93 कंटेनमेंट जोन हैं.

कोरोना की शुरुआत से अब तक दिल्ली में कुल 18905 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं, जिनमें से 15815 को डीकंटेन किया जा चुका है. जबकि 389 कंटेनमेंट जोन को आने वाले दिनों में मुक्त किया जा सकता है.

आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में कोरोना की दस्तक के बाद 20 जून 2020 तक कंटेनमेंट जोन की कुल संख्या 262 थी और 21 जून 2020 के बाद से 5 अप्रैल 2021 तक पूरी दिल्ली में 17133 कंटेनमेंट जोन बन चुके हैं.

दिल्ली सरकार माइक्रो कंटेनमेंट जोन बना रही है, जिसके तहत 2 या 3 कोरोना मामले सामने आने के बाद ही उस इलाके को कंटेन या सील कर दिया जाता है. कंटेनमेंट जोन कोई एक बिल्डिंग या एक घर भी हो सकता है. सील की गयी जगह पर सभी तरह की गतिविधियां प्रतिबंधित कर दी जाती हैं और यहां रहने वाले लोगों के लिए दूध, दवाई और सब्जी के अलावा मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने की ज़िम्मेदारी प्रशासन की होती है.

साउथ दिल्ली में कंटेनमेंट ज़ोन की बढ़ती संख्या पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि “ऐसा ट्रेंड देखने में आ रहा है कि जो अपर क्लास या अपर मिडिल क्लास वाले लोग हैं, उनमें कोरोना के मामले ज्यादा देखने को मिल रहे हैं. यह वायरस जिस तरह से व्यवहार कर रहा है, उसमें समझ आ रहा है कि इसके बढ़ने की संख्या काफी ज्यादा है. अब एक परिवार में एक या दो सदस्य नहीं बल्कि पूरा परिवार संक्रमित मिल रहा है”.

सत्येंद्र जैन ने बताया कि कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए दिल्ली के अंदर माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं. एक ही जगह पर 2-3 संक्रमित मरीजों के मिलने पर उस जगह को कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा. दिल्ली सरकार द्वारा उठाए जा रहे इस कदम से कोरोना महामारी को रोकने में काफी मदद मिलेगी और संक्रमित व्यक्तियों को जल्द ही ढूंढ कर उनका इलाज सुनिश्चित किया जा सकेगा.

आपको बता दें कि दिल्ली सरकार ने 1 अगस्त 2020 को कंटेनमेंट जोन में री-मैपिंग और री-डिजाइनिंग की प्रक्रिया शुरू की थी, तब कंटेंनमेंट ज़ोन की संख्या 716 से घटकर 496 रह गई थी. दिल्ली में जुलाई 2020 से पहले कंटेनमेंट जोन का दायरा काफी बड़ा था, बड़ा इलाका सील होने की वजह से हजारों की संख्या में लोग प्रतिबंध से प्रभावित थे. इसके बाद कंटेंनमेंट ज़ोन का दायरा छोटा कर दिया गया था


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