भारत ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों (मिशन) को अनंतकाल तक नहीं चलना चाहिए। इन अभियानों को समयबद्ध तरीके से पूरा करने की रणनीति बनाने की तत्काल जरूरत है ताकि वे राजनीतिक हितों को बढ़ावा देने का जरिया न बन जाएं। मालूम हो कि भारत उन देशों में शुमार है जिसके सबसे ज्यादा जवान शांति अभियानों में शामिल होते हैं।
शांति अभियानों पर विशेष समिति पर आम बहस के दौरान संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि वर्तमान शांति अभियान बहुआयामी हैं और इनका उद्देश्य सिर्फ शांति और सुरक्षा बनाए रखना नहीं बल्कि राजनीतिक प्रक्रिया में मदद देना, नागरिकों की रक्षा करना, लड़ाकों से हथियार डलवाना, चुनावों में सहायता करना, मानवाधिकारों की रक्षा करना और कानून के शासन को बहाल करना भी है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र शांति बलों की तैनाती में भारत ने हमेशा ‘नो नेशनल कैविएट पालिसी’ अपनाने का समर्थन किया है।