एक महिला ने आठ महीने की प्रेग्नेंट महिला का चाकू से पेट चीरकर गर्भ में पल रही बच्ची को बाहर निकाल लिया था और फिर बच्ची को अपने साथ लेकर चली गई थी. घटना में प्रेग्नेंट महिला की मौत हो गई थी, लेकिन बच्ची की जान बच गई थी. घटना के 17 साल बाद 52 साल की हत्यारी लीजा मॉन्टगोमरी को मौत की सजा दे दी गई है. यह घटना अमेरिका के मिसूरी में हुई थी. लीजा को अमेरिका के इंडियाना के एक जेल में जहरीले इंजेक्शन से मौत की सजा दी गई.
यह घटना 2004 में हुई थी. घटना के वक्त पीड़ित महिला बॉबी जो स्टिनेट 23 साल की थी. उनके पेट में 8 महीने का बच्चा पल रहा था. वह अमेरिका के मिसूरी में रहती थी. जांच के दौरान पता चला था कि हत्या को अंजाम देने वाली लीजा ने एक ऑनलाइन साइट पर बॉबी से दोस्ती की थी और फिर लीजा के घर पहुंची थी.
वहीं, बीते 70 साल में यह पहली बार है जब अमेरिका ने किसी महिला को मौत की सजा सुनाई है. 2007 में लीजा को दोषी करार दिया गया था और मौत की सजा दी थी.
वकील ने इस आधार पर मौत की सजा को टालने की मांग की थी कि लीजा मानसिक तौर से अस्वस्थ है.
लीजा के वकील ने पिछले हफ्ते अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी क्षमा की मांग की थी. वकील ने कहा था कि बचपन में लीजा का शोषण किया गया था. सौतेले पिता और उनके दोस्तों ने लीजा से रेप किया था. इसलिए लीजा की मौत की सजा को आजीवन जेल की सजा में बदल दिया जाए.