कोकीन (ड्रग) का सेवन करने वाली लंदन की एक निर्दयी महिला ने अपनी 19 महीने की बच्ची पर गर्म पानी डाल दिया। एक घंटे तक रोने व तड़पने के बाद उस बच्ची की मौत हो गई। इस मामले में निर्दयी मां को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।
26 वर्षीय कैटी क्राउडर ने अपने घर में मासूम बेटी ग्रेसी क्राउडर के ऊपर गर्म पानी डाल दिया था और खुद साफ-सफाई में लग गई थी। महिला पर चले मुकदेम की ट्रायल के दौरान अभियोजनकर्ता ने कहा कि यह स्वाभाविक मृत्यु नहीं थी। बच्ची को मरने के लिए एक घंटे तक उसी स्थिति में छोड़ा गया था।
मामले की सुनवाई करने वाले जज जेरेमी बेकर ने कहा कि यह घटना बेहद दुखद और चौंकाने वाली है। जज ने आगे कहा कि वह बच्ची वास्तव में काफी दर्द में रही होगी। जज ने कहा कि आपने ग्रेसी के चेहरे और शरीर पर अच्छी तादाद में गर्म पानी डाला, जबकि वो उस समय उतने ही गर्म पानी के पूल में बैठी थी। इसकी वजह से बच्ची की त्वचा 65 फीसदी तक जल गई थी।
जज ने आगे कहा कि मेडिकल रिपोर्ट से साफ पता चलता है कि बच्ची की तत्काल मृत्यु नहीं हुई, बच्ची ने एक घंटे तक उस दर्द को बर्दाश्त किया और उसके बाद मौत हो गई। जज ने कहा कि चोट के कारण बच्ची की रक्त वाहिकाओं से तरल पदार्थ खत्म हो गया, जिसकी वजह बच्ची के अंगों ने काम करने बंद कर दिया और अंत में उसकी मौत हो गई।
जज ने कहा कि जो भी कारण रहा हो, आपको तुरंत ग्रेसी को डॉक्टर के पास लेकर जाना चाहिए था, जिससे शायद उसकी जिंदगी बच जाती, आपने अपने माता-पिता की मदद नहीं ली, जो एक गली दूर रहते हैं और आपने अपनी बेटी को मरने के लिए छोड़ दिया।
जज ने कहा कि उन्होंने मनोचिकित्सा की रिपोर्ट में ध्यान में रखते हुए यह निष्कर्ष निकाला है कि क्राउडर अवसाद और मानसिक तौर पर पीड़ित थी। जज ने कहा कि ग्रेसी की मौत के समय क्राउडर ने उचित मात्रा में कोकीन (ड्रग) लिया था, लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि गर्म पानी डालने से पहले भी क्राउडर ने मादक पदार्थ का सेवन किया था।
महिला को किंग्स मिल अस्पताल से गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि क्राउडर ने बच्ची की हत्या करने के आरोपों को खारिज किया है। क्राउडर ने कहा कि वो उस समय अपने कुत्ते के लिए साफ-सफाई कर रही थी।