ईरान-अमेरिका के हमले के बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल महंगा हो गया है. कीमत में साढ़े तीन फीसदी का इजाफा हुआ है. इस इजाफा का भारत में भी पेट्रोल की कीमतों पर असर पड़ सकता है. दरअसल इस वक्त ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बना हुआ है. ईरान के शीर्ष सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद से ही दोनों देश आमने-सामने हैं.
WTI इंडेक्स पर तेल की कीमत में 4.53 फीसदी उछलकर 65.54 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच चुका था. ऐसे में महंगे क्रूड का असर घरेलू स्तर पर पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों पर पड़ेगा. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि भारत अपनी जरूरत का 80 फीसदी कच्चा तेल विदेशी बाजारों से खरीदता है. ऐसे महंगा क्रूड अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचाएगा.ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज़ कंपनी नोमुरा के अनुमान के मुताबिक कच्चे तेल की कीमतों में 10 डॉलर प्रति बैरल की बढ़ोतरी से भारत के राजकोषीय घाटे और करंट अकाउंट बैलेंस पर असर होता है.
अमेरिका ने सुलेमानी को बीते 3 जनवरी को मार गिराया था. इसके बाद से ही अमेरिका और ईरान में जंग की आशंका जताई जा रही है.अब आज सुबह ईरान ने इकार में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है.
भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम
पेट्रोल और डीजल के दाम में नए साल में लगातार छह दिनों तक लगातार वृद्धि के बाद बुधवार को स्थिरता बनी रही. हालांकि, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में तेजी को देखते हुए पेट्रोल और डीजल की महंगाई से आने वाले दिनों में राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं. तेल विपणन कंपनियों ने बुधवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया.
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का दाम बिना किसी बदलाव के क्रमश: 75.74 रुपये, 78.33 रुपये, 81.33 रुपये और 78.69 रुपये प्रति लीटर बना हुआ था. वहीं, चारों महानगरों में डीजल की कीमत भी क्रमश: 68.79 रुपये, 71.15 रुपये, 72.14 रुपये और 72.69 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर बनी रही. अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर बेंट्र क्रूड के मार्च डिलीवरी अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 2.20 फीसदी की तेजी के साथ 69.80 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था जबकि कारोबार के दौरान ब्रेंट क्रूड 71.28 डॉलर प्रति बैरल तक उछला, इससे पहले ब्रेंट का दाम 16 सितंबर 2019 को 71.95 डॉलर प्रति बैरल तक चला गया था.
वहीं, न्यूयार्क मर्के टाइल एक्सचेंज यानी नायमैक्स पर अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट यानी डब्ल्यूटीआई के फरवरी अनुबंध में 1.98 फीसदी की तेजी के साथ 63.94 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले डब्ल्यूटीआई का दाम 65.65 डॉलर प्रति बैरल तक चला गया था.