Friday , 22 November 2024
Home >> Exclusive News >> प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में पक्के हुए लालू और मुलायम के रिश्ते

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में पक्के हुए लालू और मुलायम के रिश्ते


66906-pm-safai-700-1
सैफई (इटावा),(एजेंसी) 21 फरवरी । समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) मुखिया लालू प्रसाद यादव के आपसी राजनीतिक रिश्ते आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अनेक विशिष्ट अतिथियों की मौजूदगी में सपा अध्यक्ष के सांसद पौत्र तेज प्रताप यादव के भव्य तिलकोत्सव के साथ निजी रिश्तेदारी में तब्दील हो गए। तेज प्रताप की लालू की सबसे छोटी बेटी राजलक्ष्मी के साथ शादी हो रही है।

मुलायम के पुश्तैनी गांव सैफई में आयोजित भव्य तिलक समारोह में शरीक होने वालों में अन्य विशिष्ट अतिथियों के साथ ‘राजनीति के मैदान में सपा मुखिया के धुर विरोधी’ प्रधानमंत्री मोदी भी शामिल थे। प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक भी मोदी के साथ थे।

मुलायम, उनके मुख्यमंत्री पुत्र अखिलेश यादव तथा लालू ने पूर्वाहन पौने 11 बजे तिलकोत्सव स्थल पहुंचे मोदी का बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया और मंच पर शाल ओढ़ाकर उनकी अगवानी की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने यादव परिवार के सदस्यों से खुद जाकर मुलाकात की। सपा मुखिया मोदी को खुद मंच पर लेकर गये।

मुलायम के पौत्र के तिलक में शामिल हुए पीएम नरेंद्र मोदी मुलायम के पौत्र के तिलक में शामिल हुए पीएम नरेंद्र मोदी
लालू और मुलायम के बीच बैठे मोदी ने यादव परिवार के अन्य सदस्यों के साथ फोटो खिंचवायी और दूल्हे तेज प्रताप पर पंखुड़ियां भी बरसायीं। मंच पर आत्मीयता का ऐसा माहौल था कि मुख्यमंत्री अखिलेश और यादव परिवार के बच्चे एक-एक करके प्रधानमंत्री की गोद में जाकर बैठते रहे और मोदी ने भी उन्होंने दुलारने में कोई कोताही नहीं की। मोदी अपने चिर परिचित अंदाज में हौले से बच्चों के कान पकड़कर उनके प्रति आत्मीयता जाहिर करते रहे।

यादव परिवार से जुड़े इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में मोदी की शिरकत से जुड़ा घटनाक्रम इस लिहाज से भी दिलचस्प है कि जहां एक तरफ मोदी से टक्कर लेने के लिये मुलायम और लालू मिलकर ‘जनता परिवार’ को एकजुट करने में जुटे हैं, वहीं प्रधानमंत्री अपने इन राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के व्यक्तिगत समारोह में पूरे दिल से शरीक हुए और दोनों धुरंधर यादवों ने मोदी को अपने बीच बैठाया। मोदी करीब 40 मिनट तक समारोह में मौजूद रहे और उसके बाद वह दिल्ली के लिये रवाना हो गये। उन्हें रखसत करने के लिये खुद मुलायम आगे बढ़े।

लालू यादव ने इस मौके पर कहा, मुझे खुशी है कि मेरी बेटी की शादी पूरे देश में चर्चा का विषय हो गई है। मुलायम सिंह यादव ने शादी के लिए हमसे एक भी पैसा दहेज नहीं मांगा, क्योंकि हमारे दिल मिले हैं। तिलकोत्सव में प्रधानमंत्री की शिरकत के बारे में पूछे जाने पर तेज प्रताप ने कहा, प्रधानमंत्री की इस यात्रा में कोई राजनीति नहीं है। उन्हें शिष्टाचारवश न्यौता दिया गया था और वह हमें आशीर्वाद देने सैफई आए। इसके लिए हम उनके आभारी हैं। हम मुद्दों के आधार पर उनका विरोध करते हैं, व्यक्तिगत रूप से नहीं।

मंत्रोच्चारण के बीच तमाम रस्में अदा करने के लिये रंगीन पर्दों, दरीचों और खूबसूरत झाड़ों से सजाए गए भव्य तिलकोत्सव पंडाल में सवा लाख से ज्यादा लोगों ने शिरकत की। मैनपुरी से सांसद तेज प्रताप यादव की लालू की सबसे छोटी बेटी राजलक्ष्मी से सगाई गत 16 दिसम्बर को हुई थी। दोनों का विवाह आगामी 26 फरवरी को दिल्ली में होगा।

कभी सपा मुखिया के निकटस्थ रहे पूर्व सांसद अमर सिंह भी तिलकोत्सव समारोह में शामिल हुए। इसके अलावा महानायक अमिताभ बच्चन, उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी तथा उनका परिवार, जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष शरद यादव, भाजपा सांसद साक्षी महाराज तथा उत्तर प्रदेश मंत्रिमण्डल के अधिकांश मंत्री विशेष रूप से मौजूद रहे।

मेहमानों के लिये लज़ीज़ पकवान, खासकर गुजराती तथा बिहारी व्यंजन तैयार करने के लिए विशेष बावर्ची और खानसामे बुलाये गए। पकवानों में दही का आलू, बाटी चोखा, उलदा पूड़ी, पनीर भरवा, छोले भटूरे वगैरह खासतौर पर शामिल थे। तिलकोत्व में करीब तीन हजार वीवीआईपी मेहमानों के लिये विशेष इंतजाम किए गए थे। उनके लिए खाना बनाने के वास्ते विशाल रसोईघर बनाये गए थे। विशेष आमंत्रितों की सुविधा के लिए 500 अत्याधुनिक ‘स्विस कॉटेज’ तैयार किये गए थे। तिलकोत्सव का सजीव नजारा दिखाने के लिए समारोहस्थल पर 10 विशाल एलईडी स्क्रीन लगाए गए थे।

पूर्व में, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तथा सांसद धर्मेन्द्र यादव की शादी में शानदार प्रस्तुति दे चुके वाराणसी के खास बैंड ने इस तिलकोत्सव में भी सराहना बटोरी। बैंड ने इस कार्यक्रम के लिये खास धुन तैयार की थी।

बेहद खास मेहमानों की शिरकत के मद्देनजर उनकी सुरक्षा के लिये जबर्दस्त इंतजाम किये गये थे। हिफाजती बंदोबस्त में आठ पुलिस अधीक्षकों, 15 अपर पुलिस अधीक्षकों, 35 उपाधीक्षकों, 61 थाना प्रभारियों, 300 उपनिरीक्षकों, 1400 सिपाहियों, 11 कम्पनी पीएसी तथा रैपिड एक्शन फोर्स की दो कम्पनियां तैनात की गईं थीं।


Check Also

पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक साथ 10 ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय का छापा, TMC नेताओं से लिंक का शक

पूरे देश में रिकॉर्ड टीकाकरण के बीच फर्जी वैक्सीन का मामला भी प्रकाश में आया …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *