लखनऊ ,(एजेंसी) 18 फरवरी । शिवरात्रि पर शहर में निकली शिव बारात में ऐसा गुलाल उड़ा कि सारा माहौल होली की तरह रंगीन हो गया। जगह-जगह बांटी जा रही ठंडाई ने भी खूब रंग जमाया। लोग बम-बम भोले के जयकारे लगाते हुए शिव बारात का आनंद ले रहे थे। कई जगह से निकली शिव बारात के अलावा भक्तों ने मंदिरों में शिवलिंग पर दूध सहित कई चीजों का चढ़ावा चढ़ाया। मनकामेश्वर मंदिर, सदर द्वादश ज्योर्तिलिंग मंदिर, मां पूर्वी देवी, कोनेश्वर मंदिर, बुद्धेश्वर मंदिर सहित मोहल्लों के मंदिरों में भक्तों की भीड़ जुटी। मंदिरों में चढ़ावे के दूध को बचाकर भक्तों में प्रसाद के रूप में बांटा गया।
शहर में कल्याण गिरी मंदिर से भव्य शिव बारात निकली जो कोणेश्वर मंदिर तक जाकर वापस लौटी। बारात में भक्तों ने गुलाल खेलकर होली जैसा माहौल बना दिया। सैकड़ों की संख्या में उमड़े भक्तों के कारण चौक और ठाकुरगंज मार्ग पर लोगों को जाम का सामना भी करना पड़ा। कल्याण गिरी के महंत सुमेरू गिरी ने बताया कि लगभग 200 लीटर दूध भक्तों से दान में प्राप्त हुआ जो पहले दुग्धाभिषेक के तहत बह जाता था। उससे चाय और प्रसाद बनाकर भक्तों में बांटा गया।
मनकामेश्वर मंदिर में बांटा गया खीर का प्रसाद
मनकामेश्वर मंदिर में सुबह से ही भक्त अपनी बारी का इंतजार करते दिखे। यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। महंत देव्या गिरी ने बताया कि 300 लीटर दूध बचाया गया जिससे तैयार साबुदाने की खीर प्रसाद के रूप में बांटी गई। वृंदावन कॉलोनी तेलीबाग से आए सुरेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि वह 10 साल से मंदिर में पूजन कर रहे हैं। भगवान भोले के दर्शन के लिए कतार में लगकर एक घंटे तक इंतजार करना पड़ा।
महाआरती में 56 भोग अर्पित किया
-सदर बाजार स्थित शिवालय द्वादश ज्योर्तिलिंग धाम में सुबह से ही भक्त जुटने लगे। दिन भर चले दर्शन के बाद शाम को 56 महिलाओं ने महाआरती में 56 भोग अर्पित किया। जिसका वितरण भक्तों में किया गया। स्थानीय भजन गायक पवन मिश्रा ने ‘कितना सोणा तुझे भक्तों ने सजाया जी करे देखता रहूं’ और ‘भोले के चरणों में ध्यान अपना लगा ले’ सुनाया। कानपुर से आए सुनील स्नेही ने ‘सबको देता है मेरा भोला अपने खजाने से’ सुनाया। यहां चढ़ावे के 112 लीटर दूध का प्रसाद बनाया गया।
‘बुराइयों का अर्पण करें भक्त’
-ब्रह्माकुमारी गोमतीनगर में शिव ध्वजारोहण के बाद सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी राधा बहन ने कहा कि शिवरात्रि में जो रात शब्द सृष्टि चक्र में परमात्म अवतरण के संपूर्ण कर्तव्य काल का परिचायक है। भक्तों को चाहिए कि वह अपनी बुराइयों का अर्पण करें न कि महज धतूरे का। संस्था के ब्रह्माकुमार सागर ने बताया कि सदस्यों ने पवित्रता का संकल्प भी लिया। विशाल और शिखर ने ‘शिव अनादि है शिव अनन्त है’ भजन भी सुनाया। सत्यम शिवम सुन्दरम गीत पर कुमारी मुस्कान ने नृत्य किया।
यहां हुए खास आयोजन
-रामानंद आश्रम में महंत 108 राम सेवक दास के नेतृत्व में पूजन हुआ। ठंडाई का वितरण किया गया।
-हरि ओम मंदिर में नितनेम के बाद अनूप केसरवानी और ओंकार शंखधर ने सरस भजन सुनाए।
-श्री महाशिव मंदिर समिति राजेन्द्र नगर में शाम को रुद्राभिषेक के बाद रात को महाआरती हुई।
-उत्सव समिति की ओर से शिव बारात नरही बाजार के श्री ज्ञानेश्वर ओम मंदिर से निकाली गई।
-कोनेश्वर मंदिर पर भी मेले सा नजारा रहा भक्तों ने नाग बाबा को दान किया।
-मां पूर्वी देवी एवं महाकालेश्वर मंदिर बाधम्बरी सिद्धपीठ में शाम को भजन के बाद 1100 मंदिरों के लिए दीपदान किया गया। आरती, सुंदरकांड, हवन के बाद रुद्राभिषेक रात 12 बजे से शुरू हुआ।
-मोहान रोड के बुद्धेश्वर महादेव मंदिर में सुबह मुन्नू खेड़ा से एक बारात और रात को आलमनगर दुर्गा मंदिर से शिव बारात बुद्धेश्वर पहुंची।