मुंबई,(एजेंसी)07 अगस्त। 22 साल पहले मुंबई को दहलाकर फरार हुए मुस्ताक टाइगर मेमन की आवाज मुंबई पुलिस को एक बार फिर सुनने को मिली। सीरियल बम धमाका कर 257 लोगों की जान लेने वाले टाइगर की पुलिस ने आवाज टेप की है। इसमें वह अपने भाई याकूब की मौत का बदला लेने की बात कहते सुना गया। एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार, भाई याकूब मेमन की फांसी से करीब डेढ घंटे पहले टाइगर मेमन ने इंटरनेट से किए गए कॉल के जरिए 30 जुलाई को सुबह 5:35 बजे लगातार तीन मिनट तक अपनी मां हनीफा से बात की। याकूब की फांसी पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला अाने के 40 मिनट बाद हुई इस बातचीत में टाइगर याकूब की मौत का बदला लेने की बात करता है। टाइगर के फोन की जब घंटी बजी तो एक अज्ञात व्यक्ति ने उठाया। टाइगर ने सलाम वालेकुम के बाद फोन अपनी मां हनीफा को देने के कहा। टाइगर अपनी मां से कहता है, ‘जुल्म की इंतहा हो गई, जाया नहीं जाएगा। मैं उनको चुकवाउंगा।’ इस पर हनीफा कहती है, ‘बस हो …
Read More »दोषी ठहराए जाने पर आपा खो दिया था याकूब ने
मुंबई,(एजेंसी)31 जुलाई। 1993 मुंबई बम विस्फोटों के लिए फांसी पर चढ़ाए गए याकूब मेमन ने 12 सितंबर 2006 को टाडा कोर्ट से दोषी ठहराए जाने पर अपना आपा खो दिया था और गुस्से में कहा था कि निर्दोष लोगों को आतंकी बताया जा रहा है। कोर्ट का फैसला सुनने के बाद उसने कहा कि सजा पर बहस के लिए हम वकील नहीं चाहते हैं। 13 साल बीत गए हैं। हमें आतंकी के रूप में पेश किया गया है। अब हम परिणाम का सामना करेंगे। विस्फोट कांड के अन्य आरोपियों से खुद को अलग रखने वाला याकूब कोर्ट के फैसले के बाद अपनी भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रख सका और चिल्लाने लगा कि वह विस्फोटों के लिए दोषी नहीं है। टाडा कोर्ट के फैसले से पहले भी एक अन्य घटना में याकूब उबल पड़ा था। तत्कालीन टाडा जज जेएन पटेल के सामने अचानक दौड़ते हुए आकर कहने लगा, ‘टाइगर ने सही कहा था कि मुझे और मेरे परिवार को भारत नहीं जाना चाहिए क्योंकि वहां हमें सताया जाएगा।’
Read More »पुलिस को अहम सुराग देने वाले ने कहा, सैकड़ों लोगों का हत्यारा था मेमन
नई दिल्ली,(एजेंसी)30 जुलाई। 1993 मुंबई बम धमाके में मेमन बंधुओं की संलिप्तता के बारे में पुलिस को अहम सुराग देने वाले 77 साल के सभाजीत सिंह अाज भी उस खौफनाक मंजर का याद कर दहल उठते हैं। वे कहते हैं कि याकूब मेमन सैकड़ों बेगुनाह लोगों के हत्यारे थे, उन्हें फांसी ही मिलनी चाहिए थी। विशेष बातचीत में सिंह ने कहा कि घटना के दिन 12 मार्च 1993 को वह वर्ली में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करते थे। उन्होंने ही सबसे पहले हथियारों से लदी सफेद मारुति वैन देखी थी जिसने पुलिस को मेमन बंधुओं तक पहुंचाया। घटना के कुछ सालों बाद तक वह काफी भयभीत थे। वह घर से काम के लिए जाते थे। सुरक्षा के लिए उनके घर पर पुलिस के पांच जवान तैनात किए गए। केस की गुत्थी सुलझने के बाद राज्य सरकार ने उन्हें तीन हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की थी। हालांकि उस इनाम का उन्हें अब भी इंतजार है, लेकिन उनका कहना है कि बात पैसों की नहीं बल्कि यह उनके लिए गर्व का विषय है। चीन के खिलाफ 1962 का …
Read More »सुबह 3:45 बजे जागा और 7:01 बजे मृत घोषित हुआ याकूब
नागपुर,(एजेंसी)30 जुलाई। सुप्रीम कोर्ट से क्यूरेटिव पिटीशन खारिज होने के बाद याकूब मेमन को बृहस्पतिवार सुबह यहां की सेंट्रल जेल में फांसी पर लटका दिया गया। फांसी पर लटकाए जाने से पहले याकूब की अंतिम सुबह कुछ ऐसी थी:- सुबह 3.45 बजे:याकूब को जगाया गया। नहाने के बाद उसे पहनने के लिए नए कपड़े दिए गए। सुबह 4.15 बजे: उससे कहा गया कि वह जिस धर्म को मानने वाला है, उसके अनुसार प्रार्थना कर ले। तब उसने नमाज अदा की। सुबह 4.45 बजे: डॉक्टरों की टीम ने उसका मेडिकल चेकअप किया। सुबह 5.00 बजे:उसे उसकी पसंद का नाश्ता कराया गया। सुबह 6.00 बजे: उसे उसकी पसंद की धार्मिक किताब पढ़ने के लिए दी गई। सुबह 6.20 बजे: उसे फांसी के फंदे तक ले जाया गया। सुबह 6.25 बजे: याकूब फांसी के फंदे के सामने खड़ा करके उसे फांसी देने की वजह बताई गई। सुबह 6.30 बजे: उसका चेहरा काले कपड़े से ढक दिया गया और हाथ पीछे की तरफ बांध दिए गए। इसके बाद उसको फांसी दे दी गई। सुबह 7.01 बजे: चिकित्सकों ने औपचारिक तौर पर याकूब को मृत …
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