नई दिल्ली,(एजेंसी)22 दिसंबर । लोकसभा के चुनाव में नरेंद्र मोदी के हाथों मिली करारी शिकस्त के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया मुलायम सिंह यादव अब जनता दल परिवार के अपने सहयोगियों के साथ दिल्ली में सोमवार को अपनी ताकत दिखाएंगे। दिल्ली में मुलायम और उनके साथ नरेन्द्र मोदी की सरकार खिलाफ मोर्चा खोलते हुए धरना प्रदर्शन करेंगे।
मुश्किलों भरा है नए समाजवादी जनता दल का भविष्य?
सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी का दावा कि मुलायम सिंह के भाई शिवपाल सिंह यादव ने दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी को घेरने के लिए होने वाले धरना प्रदर्शन की कमान संभाल ली है। इस धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में तीन लाख से अधिक लोग शामिल होंगे।
इस कार्यक्रम के माध्यम से सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और जनता दल परिवार के शरद यादव, लालू प्रसाद यादव तथा नीतीश कुमार सरीखे बड़े नेता देश के अल्पसंख्यक मतदाता को यह संदेश देने की कोशिश करेंगे कि सपा और जनता दल परिवार ही मोदी की लोकप्रियता की गिरफ्त में उत्तर प्रदेश और बिहार सहित देश के अन्य राज्यों को आने से बचा सकता है।
अब सोमवार को यह पता चलेगा कि प्रधानमंत्री मोदी के के मुकाबले नेताजी (मुलायम सिंह यादव) और उनके साथ जुड़ा जनता परिवार कितनी शक्ति के साथ में खड़ा होगा। यही नहीं इस धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में इसका भी खुलासा होगा कि क्या जनता दल परियार ने अपना सर्वमान्य नेता चुन लिया है क्योंकि अभी तक इस मामले को लेकर भ्रम ही बना हुआ है।
फिलहाल सपा के धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को लेकर उठ रहे इस तरह के सवालों पर सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी कुछ भी नहीं बोलते, परन्तु बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी कहते हैं कि मुलायम सिंह और उनके साथियों का धरना प्रदर्शन कार्यक्रम बेकार की कवायद है।
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव अपनी ताकत दिखाने के लिए ही यह कार्यक्रम कर रहे हैं। वह यह भी कहते हैं कि आगामी विधानसभा चुनावों का संज्ञान लेते हुए मुलायम सिंह और जनता दल परिवार को एकजुट करने की मुहिम में लगे हैं, ताकि मोदी की सुनामी से उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य राज्यों में सपा तथा जनता परिवार के अस्तित्व को बचाया जा सके।