कोरोना महामारी की चौथी लहर का सामना कर रही दिल्ली में 13 महीने में दूसरी बार शुक्रवार को एक दिन में संक्रमण के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए दिल्ली में आने वाले दिनों में और सख्ती की जा सकती है। दिल्ली में पहले से ही नाइट कर्फ्यू लगाने के साथ ही स्कूल बंद कर दिए गए हैं। वहीं अनुमान है कि पिछले साल की तरह इस बार भी दिल्लीवासियों पर कुछ और पाबंदियां लगाई जा सकती हैं।
उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में शुक्रवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए)की बैठक हुई। इसमें उन्होंने सार्वजनिक परिवहन और कार्यालयों में कोविड संबंधी उपयुक्त आचरण को सख्ती से लागू किए जाने पर जोर दिया। बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और शीर्ष अधिकारी शामिल हुए।
सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि आने वाले दिनों में डीडीएमए यह बसों, दफ्तरों व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर लोगों की संख्या पर प्रतिबंध लगा सकता है। कल की बैठक में अनिल बैजल ने कहा कि दिल्ली में कोविड-19 मामलों में हाल ही में तेजी से वृद्धि को देखते हुए, कोविड से बचाव संबंधी आचरण को सख्ती से लागू किए जाना चाहिए। खासकर बाजारों, सार्वजनिक स्थानों और कार्यलयों में।
उनके इस आदेश से संभावना है कि जैसे बसों में 50 प्रतिशत यात्रियों और कार्यालयों में 50 प्रतिशत कर्मचारियों को काम करने के नियम थे वैसा ही कुछ हो सकता है। इसके साथ ही संपूर्ण लॉकडाउन न करके सरकार छोटे-छोटे लॉकडाउन सीमित क्षेत्र में लगा सकती है। साथ ही साप्ताहिक बाजारों समेत होटल व रेस्टोरेंट आदि पर भी कुछ पाबंदियां लग सकती हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना के अधिक मामलों वाले क्षेत्रों पर ध्यान देने के साथ ही जांच, संपर्कों का पता लगाने और इलाज की रणनीतियों को मजबूती से लागू करने की सलाह दी गई है। उपराज्यपाल ने स्वास्थ्य विभाग को टीकाकरण के प्रयासों को बढ़ाने की सलाह दी। उन्होंने अधिकारियों को अस्पतालों में कोविड मरीजों के इलाज के लिए अधिक क्षमता और संसाधन सुनिश्चित करने के लिए भी कहा।
बीते 24 घंटे में 8521 संक्रमित मिले और 39 लोगों की मौत दर्ज की गई हैं। इससे पहले एक दिन में सबसे ज्यादा 8593 केस 11 नवंबर 2020 को मिले थे। पहली बार एक दिन में रिकॉर्ड 1.09 लाख से भी ज्यादा नमूनों की जांच कई गईं, जिनमें 70 हजार जांच आरटी-पीसीआर रही।
राजधानी में एक इलाके में 2 से अधिक संक्रमित मिलने पर कंटेनमेंट घोषित किया जा रहा है। एक अप्रैल तक कंटेनमेंट जोन 2183 थे, जो अब बढ़कर 4226 हो गए है। यानी, आठ दिन में 2043 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं।
– सर गंगाराम अस्पताल में डॉक्टरों के संक्रमित होने के बाद एम्स में भी 64 स्वास्थ्यकर्मियों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। ये सभी पिछले 10 दिनों में कोरोना संक्रमित मिले हैं।
– जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में 27 लोग पॉजिटिव मिले हैं। इनमें 24 छात्र हैं।
दिल्ली सरकार ने कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद रखने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। किसी भी तरह की गतिविधियों के लिए बच्चों को फिजिकल मोड में स्कूल नहीं बुलाना है। सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले शिक्षकों को टीका लगाने की तैयारी की जा रही है। हालांकि, अभी इस प्रस्ताव पर अंतिम फैसला होना बाकी है।