अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना इलाज के बाद अस्पताल से लौटते ही चीन पर हमला बोला है। ट्रंप ने व्हाइट हाउस से लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिकी वैज्ञानिकों और दवाइयों की ताकत से हम लोग चीन के वायरस को हमेशा के लिए मिटा देंगे।
ट्रंप कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद तीन दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहे। अस्पताल से लौटने के बाद शनिवार को राष्ट्रपति ट्रंप पहली बार जनता के सामने आए। इस दौरान व्हाइट हाउस की बालकनी से सैकड़ों की संख्या में आए मेहमानों से ट्रंप ने कहा, मैं आप सभी की दुआओं के लिए शुक्रिया अदा करना चाहता हूं।
इस कार्यक्रम का आयोजन इसलिए किया गया था, ताकि लोगों को यह लगे कि राष्ट्रपति ट्रंप कोविड-19 से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। साथ ही वह डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
हालांकि, राष्ट्रपति को जनता के सामने आने के लिए उनके डॉक्टरों की तरफ से कोरोना संक्रमण से मुक्त होने का प्रमाणीकरण नहीं दिया गया। वहीं, व्हाइट हाउस ने गुरुवार से ट्रंप की सेहत को लेकर कोई अपडेट जारी नहीं किया है।
इसके बाद भी, राष्ट्रपति ट्रंप ने शुक्रवार को रूढ़िवादी मीडिया हस्तियों के साथ कम से कम तीन घंटे तक बैठकर रेडियो और टेलीविजन साक्षात्कार दिए। माना जा रहा है कि वह इस सप्ताह फ्लोरिडा, पेंसिल्वेनिया और आयोवा में बड़ी चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे।
सैन्य अस्पताल में कोरोना वायरस का इलाज कराने के बाद ट्रंप चुनावी रैलियों को संबोधित करने के लिए बेताब नजर आ रहे हैं। इसके पीछे की वजह हाल के समय में अपने प्रतिद्वंदी जो बिडेन से पीछे होना है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन के बीच राष्ट्रपति पद के चुनाव से पूर्व होने वाली दूसरी बहस आधिकारिक रूप से रद्द हो गई है।
ट्रंप द्वारा डिजिटल माध्यम से वर्चुअल बहस से इनकार करने के बाद प्रेसिडेंशियल डिबेट से जुड़े आयोग ने इसे रद्द करने का फैसला लिया। आयोग ने कहा, अब 15 अक्तूबर को होने वाली बहस नहीं होगी।