लखनऊ,(एजेंसी) 01 दिसंबर । वित्तीय प्रबन्ध प्रशिक्षण शोध संस्थान में दिनांक 29-30 नवम्बर को समग्र विकास वेलफेयर सोसायटी की ओर से लखनऊ में आयोजित “आजीविका सुधार हेतु परिनगरीय कृषि” अंतर्राष्ट्रीय सिम्पोजियम के अवसर पर देश- विदेश के कृषि वैज्ञानिको ने भाग लिया | कृषि जगत में आंवला व बेल पर शोध कार्य कर ख्याति प्राप्त करने वाले केन्द्रीय उपोष्ण वागवानी संस्थान, रह्मानखेडा, लखनऊ में पूर्व -निदेशक डा. आर. के. पाठक को कृषि के क्षेत्र में अतुलनीय शोध कार्य के लिए लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नावाजा गया | इन्होंने उद्यानिकी, गाय आधारित जैविक कृषि व होमा जैविक कृषि के क्षेत्र में सफलतम प्रयास कर कृषि जगत में उपलब्धि हासिल की |
वैज्ञानिको को संबोधित करते उत्तर प्रदेश विधान परिषद् के अध्यक्ष श्री गणेश शंकर पाण्डेय
डा. पाठक ने अपनी शिक्षा-दीक्षा उद्यानिकी में हासिल की तथा पर्वतीय फल शोध केंद्र रानीखेत, अल्मोड़ा में मुख्य उद्यानकर्ता के रूप में कार्य किया ततपश्चात नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुमारगंज, फैजाबाद में सह प्राध्यापक व उद्यान विभाग के अध्यक्ष के पद पर रहे | पूर्वी उत्तर प्रदेश में आंवला व बेल में उच्च पैदावार देने वाली प्रजातियाँ विकसित कर ऊसर भूमि में लगवाकर कृषको को समृद्धशाली बनाने में अहम् भूमिका निभाई साथ ही साथ नेशनल हॉर्टिकल्चर मिशन, उत्तर प्रदेश में कृषि विविधिकरण परियोजना में कार्य किया | वर्तमान में यह इंडियन सोसाइटी ऑफ़ हॉर्टिकल्चर रिसर्च एंड डेवलपमेंट, उत्तराखंड के अध्यक्ष, हॉर्टिकल्चर सोसाइटी ऑफ़ इंडिया, नेशनल एकेडेमी ऑफ़ एग्रीकल्चरल साइंसेज (नास) के सदस्य व जर्मनी के फाइव फोल्ड पाथ मिशन में होमा जैविक टीचर के रूप में अपना योगदान दे रहे हैं |
इनहे अतुलनीय शोध कार्य के लिए राजेंद्र प्रसाद अवार्ड, गिरधारी लाल गोल्ड मैडल, धात्री श्री, वैश्विक एवं रफ़ी अहमद किदवई अवार्ड से नवाजा जा चुका है | अभी तक १२५ शोध पत्र, 20 बुलेटिन, ५ किताबे कृषि के क्षेत्र में इनके द्वारा लिखी जा चुकी हैं| इस अवसर पर जर्मनी से डा. उलरिच बर्क, पद्मम श्री से सम्मानित भारतीय रक्षा अकादमी के पूर्व निदेशक डा. ब्रह्म सिंह, केंद्रीय आलू अनुशंधान संस्थान के पूर्व निदेशक डा. एस. के. पाण्डेय व भारतीय कृषि अनुसन्धान संस्थान के विभिन्न शोध संस्थानों के वैज्ञानिक देश के अनेको प्रदेश से आए कृषि विश्व विद्यालयों के विभगाध्यक्ष, प्राध्यापक व शोध छात्रो ने अपने शोध कार्यो को साझा किया |
इस अवसर पर पोस्टर व ओरल प्रजेंटेशन की प्रतियोगिता में कीर्ति केसरवानी, अपर्णा दुबे व पियूष श्रीवास्तव को सर्व श्रेष्ठ पोस्टर, प्रतीक्षा सिंह, खलील खान, मनीष कुमार, व विनोद सिंह को सर्व श्रेष्ठ ओरल प्रेजेंटेशन के लिए भी सम्मानित किया गया | देश- विदेश से पधारे वैज्ञानिको में से 11 को युवा वैज्ञानिक अवार्ड, 11 को साइंटिस्ट ऑफ़ द इयर अवार्ड तथा 10 को एमिनेंट साइंटिस्ट अवार्ड से नवाजा गया| इस अवसर पर सिम्पोजियम की कारवाही की स्मारिका भी प्रकाशित कर वितरित किया गया, जिससे शोध कर्ताओ को शोध कार्य में मदद मिलेगी| विभिन्न जनपदों से आये कृषको में बाराबंकी से नवनीत वर्मा, पीलीभीत से अरुणा शंकर तथा सीतापुर से श्वेतांक त्रिपाठी को प्रगतिशील कृषक होने का सम्मान प्रदान किया गया | कार्यक्रम का उद्घाटन उत्तर प्रदेश विधान परिषद् के अध्यक्ष श्री गणेश शंकर पाण्डेय ने दिनांक २9 नवम्बर को किया तथा समापन 30 नवम्बर को संस्था के सचिव व “आजीविका सुधार हेतु परिनगरीय कृषि” अंतर्राष्ट्रीय सिम्पोजियम के आयोजक ज्योति स्वरुप ने आभार व्यक्त करके किया |
शालिनी श्रीवास्तव
पूर्व रिसर्च एसोसिएट
केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान