पटना ,(एजेंसी) 06 नवम्बर । राजनीतिक हंगामे के बाद बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के दामाद देवेंद्र मांझी ने उनके (मांझी) निजी सहायक के पद से इस्तीफा दे दिया है। देवेंद्र ने कहा कि मुझे नहीं पता था कि कोई रिश्तेदार निजी सहायक नहीं बन सकता है। उन्होंने कहा कि बताया जा रहा है कि सर्कुलर के मुताबिक रिश्तेदार निजी सहायक नहीं हो सकता है इसलिए मैंने अपने पद से तत्काल इस्तीफा दे दिया है। देवेंद्र मांझी, जीतन राम मांझी की सबसे बड़ी बेटी के पति हैं।
जीतन राम मांझी के अपने दामाद को अपना निजी सहायक बनाने के मसले पर बुधवार को खासा राजनीतिक बवाल हुआ। बिहार बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर है, दामाद को वेतन के रूप में दिए गए रुपये को मुख्यमंत्री से वसूला जाए। देवेंद्र का कहना था कि जीतन राम मांझी के समाज कल्याण मंत्री रहने के समय से ही वह उनके पीए रहे थे। उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें फिर निजी सहायक के तौर पर अधिसूचित किया गया।
बीजेपी ने जहां इस मसले पर मुख्यमंत्री और सरकार पर निशाना साधा, वहीं इसे नीतीश कुमार और मांझी के बीच बढ़ती दूरी के तौर पर भी बताया। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा कि नीतीश कुमार के उकसाने पर जेडी ,यूद्ध वाले यह मामला उछाल रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि बीजेपी मुख्यमंत्री के प्रति नरम रवैया दिखा रही है , उन्होंने कहा ऐसी बात नहीं है।
यह सब दरअसल जीतन राम मांझी और नीतीश कुमार के बीच लगातार बढ़ती दूरी का नतीजा हैए जो अब इस रूप में सामने आ रहा है। उनका यह भी कहना था कि बड़े पदों पर बैठे लोगों से स्वाभाविक तौर पर नैतिकता की अपेक्षा की जाती है।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नंदकिशोर यादव ने कहा इस्तीफा देने से क्या हो जाएगा, यह तो दबाव का नतीजा रहा। मुख्यमंत्री के स्तर से हुई अनैतिकता तो सामने आ गई न। कोई भी अपने निकट संबंधियों को अपने निजी सहायक के रूप में नियुक्त नहीं कर सकता है।