एजेन्सी/ पटना के नजदीक नौबतपुर में स्थित एक कॉलेज की स्थिति बेहद गंभीर है. मगध विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त यह कॉलेज60 साल पुराना है. 2000 की क्षमता वाले इस कॉलेज में 2,000 छात्र पढ़ते हैं. यहां साइंस और आर्ट्स से जुड़े 20 कोर्स चलते हैं.
दुखद यह है कि पिछले कई वर्षों से यहां 14 विषयों के शिक्षक तक नहीं हैं. हालांकि, यहां हर वर्ष छात्र रजिस्टर जरूर हो जाते हैं.
यह सारी मामला सुर्खियों में तब आया जब बिहार दिवस समारोह के मौके पर बिहार प्रदेश के मत्स्य एवं पशुपालन मंत्री अवधेश प्रताप सिंह बतौर मुख्य अतिथि वहां पहुंचे. इस मौके पर मगध यूनिवर्सिटी के प्रो-वाइस चांसलर कृतेश्वर प्रसाद भी मौजूद थे, और वे इस बात को लेकर दंग थे कि सिर्फ 2 शिक्षक कैसे 2,000 छात्रों को पढ़ा सकते हैं? प्रो-वाइस चांसलर द्वारा जवाब-तलब पर कॉलेज के प्रिंसिपल कन्हैया प्रसाद सिन्हा ने कहा कि, वे विश्वविद्यालय तक इसके बाबत कई बार लिख चुके हैं, मगर अभी तक उन्हें कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है.