नई दिल्ली,(एजेंसी)23 अगस्त। कांग्रेस ने शनिवार की रात आरोप लगाया कि पाकिस्तान के साथ भारत की एनएसए स्तर की वार्ता निरस्त होने से ‘मोदी सरकार की विदेश नीति की विफलता जाहिर हो रही है।’
भारत की ओर से यह साफ किए जाने के बाद कि कश्मीर पर चर्चा और अलगाववादियों के साथ मुलाकात कतई मंजूर नहीं है, पाकिस्तान ने बातचीत से पांव पीछे खींच लिया। बातचीत के अधर में लटक जाने के तुरंत बाद ही कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘भ्रम, व्याकुलता और अनौपचारिक अशिष्टता’ मोदी सरकार की विदेश नीति के तीन कमजोरियां हैं। इससे परिपक्वता और दृष्टि दोनों की ही कमी झलकती है।
सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूरी तरह अडिय़ल रवैए से ऊपर उठने और आंतरिक एवं बाहरी दोनों तरह के आतंकवाद का समाधान तलाशने को कहा। उन्होंने कहा कि दोनों तरह के आतंकवाद का केंद्र बिंदु पाकिस्तान में है। उन्होंने स्पष्ट किया, ‘भारत को एक ऐसी निर्णायक और सशक्त विदेश नीति की प्रतीक्षा है जो हमारी रणनीतिक चिंताओं और सुरक्षा के मुद्दों व शांतिपूर्ण द्विपक्षीय संबंध का ध्यान रख सके।’
इससे पहले पार्टी एक और नेता आनंद शर्मा ने केंद्र सरकार को हुर्रियत कांफ्रेंस को महत्व देने से बचने को कहा था। हुर्रियत न तो कश्मीर और न ही किसी कश्मीरी का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने कहा, ‘दुख की बात है कि मौजूदा सरकार के पास पाकिस्तान को लेकर नीति और गंभीरता दोनों का अभाव है। पाकिस्तान ने संप्रग सरकार के समय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की बातचीत का प्रस्ताव दिया था। लेकिन सरकार ने मुंबई हमले के दोषियों पर कार्रवाई होने तक ऐसे किसी प्रयास के लिए न कह दिया था।’
कांग्रेस नेता व पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने मोदी सरकार पर तंज करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार की रणनीति महज दो-तीन लोगों के भरोसे है, जिन्हें लगता है कि वे कुछ भी कर सकते हैं। उन्होंने मोदी सरकार के रवैये पर कहा कि क्या उन्होंने इस मुद्दे पर पिछली सरकार के लोगों से बात की? क्या उन्होंने उन लोगों से बात की जिन्हें पाकिस्तान के साथ नीतियों को लेकर लंबा अनुभव है। यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है।
*****
‘भ्रम, व्याकुलता और अनौपचारिक अशिष्टता’ मोदी सरकार की विदेश नीति के तीन कमजोरियां हैं। इससे परिपक्वता और दृष्टि दोनों की ही कमी झलकती है। -कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला
‘हुर्रियत के लोग उनके हैं। वे अपने एजेंटों को बातचीत के लिए बुलाकर संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से पहले पूरी दुनिया में कश्मीर मामले को रेखांकित करना चाह रहे हैं।’ -आनंद शर्मा, कांग्रेस प्रवक्ता