पटना,(एजेंसी)16 अगस्त। बिहार के डीएनए में जातिवाद संबंधी टिप्पणी पर सख्त आपत्ति जताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सवाल किया कि देश के किस राज्य में जातिवाद नहीं है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या गुजरात का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि अब तो ‘वहां भी’ पटेल लोग आरक्षण मांग रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जातिवाद ‘बीमारी’ है, खत्म होनी चाहिए, लेकिन जाति एक सच्चाई भी है। इसे धर्म की तरह बदला नहीं जा सकता।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के बहुप्रचारित कार्यक्रम बढ़ चला बिहार के पूर्ण होने पर रविवार को राजधानी के वरिष्ठ मीडिया प्रतिनिधियों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम को बेवजह विवाद में घसीटा गया, इसका राजनीति से कुछ लेना-देना नहीं।
उन्होंने दावा किया कि इस कार्यक्रम के तहत सरकार के प्रतिनिधि 40 हजार गांवों तक पहुंचे और प्रगति संबंधी आंकड़े संकलित किए। इन आंकड़ों पर शोध कार्य चल रहा है। इनके आधार पर जल्द ही बिहार 2025 विजन पेपर जारी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में बिहार की शानदार प्रगति का उल्लेख करते हुए केंद्र पर कई क्षेत्रों में असहयोग करने का आरोप लगाया। इस संबंध में उन्होंने मुख्य रूप से बरौनी पॉवर प्रोजेक्ट तथा पटना-गया फोरलेन परियोजना का जिक्र किया।
मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि कई क्षेत्रों में विकास की गति अपेक्षानुसार नहीं है, इसे तेज किया जाएगा। बहरहाल, उन्होंने बिजली क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति का दावा करते हुए कहा कि राज्य को 3100 मेगावाट बिजली मिल रही है। उन्होंने बताया कि अगले दो साल में राज्य के सभी गांवों तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य है यद्यपि कार्य की रफ्तार देखते हुए यह उपलब्धि एक साल में ही हासिल हो जाने की उम्मीद है।
केंद्र सरकार पर बिहार को बदनाम करने तथा विकास परियोजनाओं में असहयोग करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को किसी भी कीमत पर विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। इसके बाद निवेशकर्ता अपने आप बिहार की तरफ दौड़ेंगे, जिससे युवाओं के रोजगार की समस्या स्वत: हल हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में बिहार ने अपने बूते प्रगति करके अपनी सभावनाओं को साबित किया है, इसके बावजूद बिहार को बदनाम करने का अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा, युवा और कृषि बिहार के संभावनापूर्ण क्षेत्र हैं। प्रयास होगा कि विजन 2025 इन क्षेत्रों के आसपास ही केंद्रित रहे।