बिजनौर,(एजेंसी)23 जुलाई। बवाल और उपद्रव में पछाड़ खा जाने वाली पुलिस ने विकलांगों पर पूरी वीरता दिखाई। कलक्ट्रेट पर धरना दे रहे विकलांग को एसपी ने थप्पड़ जड़ दिया। कप्तान साहब को गुस्से में देखा तो बाकी पुलिस वाले भी विकलांगों पर टूट पड़े।
राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के बैनर तले बुधवार को पेंशन वृद्धि, गैस एवं विद्युत कनेक्शन देने जैसी मांगों को लेकर कलक्ट्रेट में विकलांगों का धरना चल रहा था। पार्टी के जिलाध्यक्ष के अनुसार करीब दो घंटे तक वे लोग कलक्ट्रेट परिसर में बैठे रहे, लेकिन कोई अधिकारी उनका ज्ञापन लेने नहीं पहुंचा। इसके बाद विकलांग कलक्ट्रेट गेट पर जम गए।
इस दौरान एसपी हरिनारायण सिंह भी डीएम वीके पंवार के साथ उनके कार्यालय में मौजूद थे। एसपी एचएन सिंह विकलांगों के पास पहुंचे और उनको हटने के लिए कहा। विकलांगों ने मांगों को लेकर अपना पक्ष रखा तो एसपी ने एक को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद बाकी पुलिसकर्मी भी विकलांगों को पीटने घसीटने लगे। सैकड़ों की संख्या में पुलिसवालों ने गेट के दोनों ओर खड़े होकर एसपी की गाड़ी को कलक्ट्रेट से बाहर निकलवाया। अफसरों के जाने के बाद विकलांग कलक्ट्रेट में भूख हड़ताल पर बैठ गए।
इन्होंने कहा…
विकलांग अधिकारियों को ज्ञापन देने गए थे। दो घंटे पेड़ के नीचे बैठे रहे। बाद में सभी लोग कलक्ट्रेट गेट पर चले गए। एसपी समेत अन्य पुलिसवालों ने सभी विकलांगों को मारा-पीटा। लाठियां बरसाई और जूतों की ठोकरें मारी।
-राम जोशी, जिलाध्यक्ष, राष्ट्रीय विकलांग पार्टी
विकलांग कलक्ट्रेट का गेट घेरकर बैठे थे। उन्हें समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन वह हटने को राजी नहीं हुए। बाद में उन्हें थोड़ा डांट-डपटकर गेट से हटवाया गया। मारपीट करने की बात गलत है।
-हरिनारायण सिंह, एसपी, बिजनौर