लखनऊ,(एजेंसी)18 मई। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी दौरे पर आये तो उत्तर प्रदेश से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक हलचल मच गई। किसानों से मिले, तो संसद भवन के भीतर खुसुरफुसुर शुरू हो गई, लेकिन जब अमेठी की जनता ने पूछा कि हमारे फूड पार्क का क्या हुआ, तो राहुल सिफर हो गये। खैर अमेठी अमेठी में कुछ ऐसा होने जा रहा है, जिसके चलते यहां के सांसद राहुल गांधी अपने ही किले में बंधक बन जायेंगे।
जी हां खबर है कि केंद्र सरकार अमेठी में फूड पार्क की जगह एक बड़ी योजना लाने वाली है। यह लगभग राहुल गांधी की योजना के जैसी ही होगी। हां इसमें कोई शक नहीं कि ये आधुनिक फीचरों से लैस होगी। यह हम नहीं लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार नवीन निगम का आंकलन है।
नवीन निगम का कहना है कि यह कहना मुश्किल है, कि मोदी सरकार कौन सी बड़ी योजना लाने वाली है, लेकिन हां यह योजना एक-दो महीने के अंदर आयेगी, यह बात तय है।
किसके नाम पर होगी योजना और कौन करेगा उद्घाटन
यूपी के राजनीतिक समीकरण कह रहे हैं कि अमेठी में जल्द आने वाली कल्याणकारी योजना का ढिंढोरा जोर-शोर से पीटा जायेगा, ताकि वहां की जनता का विश्वास मोदी सरकार के प्रति बढ़ सके। और तो और अगर प्रधानमंत्री को समय मिला, तो वे खुद योजना का उद्घाटन करने आयेंगे।
स्मृति को मिलेगा फायदा
हाल ही में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेठी का दौरा किया। और उनका आना-जाना लगा भी रहता है। यानी यह साफ है कि स्मृति अगले चुनाव में फिर से राहुल गांधी को टक्कर देंगी। और उसके लिये जब यह योजना आयेगी, तो प्रधानमंत्री के साथ-साथ मानव संसाधन मंत्री भी मंच पर दिखाई देंगी।
किस पर है भाजपा की नजर
यह मत सोचिये कि ऐसा करके केंद्र सरकार स्मृति ईरानी के लिये ही अच्छा प्लेटफॉर्म बनायेगी, बल्कि सच तो यह है कि 2017 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में भी अमेठी की सभी विधानसभा सीटों पर भाजपा की नजर है। अमेठी की एक भी विधानसभा सीट कांग्रेस के पास नहीं है। यानी केंद्र की बड़ी योजना से समाजवादी पार्टी के खेमे में भी खलबली मच जायेगी, क्योंकि वहां विधायकों की लिस्ट पर सिर्फ एक ही चुनाव चिन्ह “साइकिल” है।
कुल मिलाकर क्या होगा?
ऐसा होने पर राहुल गांधी अपने ही किले (अमेठी) में बंधक बन जायेंगे। लोग उनसे पूछेंगे किे आपने हमारे लिये क्या किया, तो अपने जवाब में वो उस योजना को नहीं गिना पायेंगे, जो केंद्र सरकार लायेगी। लिहाजा बंधक बनने की स्थिति नहीं आये, इसके लिये राहुल गांधी के पास सिर्फ एक चारा है- वो है अमेठी को बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, रोजगार आदि क्षेत्रों में सशक्त बनायें।