उत्तर प्रदेश पुलिस के साइबर सेल के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है. लखनऊ साइबर सेल ने देश के सबसे बड़े साइबर ठगों में से एक प्रमोड मंडल (Pramod Mandal) को अरेस्ट कर लिया है. प्रमोद उत्तर प्रदेश सहित देश के 10 राज्यों में वांछित (Wanted) था. लखनऊ साइबर सेल ने प्रमोद मंडल के साथ राजेश करन और मनोज को भी अरेस्ट किया है.
प्रमोद मंडल पर झारखंड, बिहार, दिल्ली, पंजाब सहित कई राज्यों में 3 दर्जन से अधिक केस दर्ज हैं. गत वर्ष सचिवालय से रिटायर्ड क्लर्क के अकाउंट से उसने 53 लाख रुपये पर हाथ साफ किया था. झारखंड के दुमका का निवासी प्रमोद मंडल लखनऊ जेल में बंद पिता और चाचा से मिलने आया था. पुलिस उसे लंबे समय से तलाश रही थी. पुलिस की यह खोज खत्म हुई उसे गोसाईगंज इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया. प्रमोद सहित पुलिस ने पांच साइबर अपराधियों को अरेस्ट किया है.
प्रमोद मंडल खुद दूसरों को ठगता ही था, साथी ही औरों को भी इस काम के संबंध में बताता था. दुमका में प्रमोद मंडल लोगों के बैंक अकाउंट से रकम उड़ाने के साथ दूसरे साइबर अपराधियों को भी प्रशिक्षण देता था. इतना ही नहीं प्रमोद मंडल ने ठगी से कमाए करोड़ों रुपए के लेनदेन के लिए दिल्ली में अकाउंटेंट तक रखा हुआ था. लखनऊ साइबर सेल ने दिल्ली के अकाउंटेंट को भी अरेस्ट किया है.