अजब न्याय की गजब परिभाषा की बयार चल पड़ी है, शासन को यही नहीं पता चल पा रहा कि वरुण गांधी के संसदीय क्षेत्र पीलीभीत में पीएम केयर फंड से आये 16 वेंटिलेटर लगाए ही नहीं गए थे इस कोरोना महामारी में जिसके चलते कई ने वेंटिलेटर के अभाव में दम तोड़ दिया। सूत्रों के अनुसार मिली जानकारी के मुताबिक सीएमओ ऑफिस में पैसा नहीं दिया एजेंसी से चयनित वेंटिलेटर ऑपरेटरों ने इसलिये जॉइनिंग नहीं दी गई थी इन ऑपरेटरों को । परिणाम सैकड़ों लोग वेंटिलेटर के अभाव में दम तोड़ दिए।
उधर पीलीभीत के सीएमओ को बचाया इधर आगरा के पारस अस्पताल को बचाया
अजब न्याय की गजब परिभाषा की बयार चल पड़ी है, शासन को यही नहीं पता चल पा रहा कि वरुण गांधी के संसदीय क्षेत्र पीलीभीत में पीएम केयर फंड से आये 16 वेंटिलेटर लगाए ही नहीं गए थे इस कोरोना महामारी में जिसके चलते कई ने वेंटिलेटर के अभाव में दम तोड़ दिया। सूत्रों के अनुसार मिली जानकारी के मुताबिक सीएमओ ऑफिस में पैसा नहीं दिया एजेंसी से चयनित वेंटिलेटर ऑपरेटरों ने इसलिये जॉइनिंग नहीं दी गई थी इन ऑपरेटरों को । परिणाम सैकड़ों लोग वेंटिलेटर के अभाव में दम तोड़ दिए।