मथुरा जिले के मगोर्रा क्षेत्र से मंगलवार शाम को वृंदावन आई एक युवती ने बांकेबिहारी मंदिर के बाहर जमकर हंगामा किया। वह बिहारी जी के दर्शन को अड़ गई। मंदिर के सुरक्षाकर्मियों ने उसे समझाया, लेकिन वह मंदिर के चबूतरे के सामने से हटने को तैयार नहीं हुई। बोली, मुझे बिहारीजी जी ने बुलाया है, दर्शन करके ही जाएगी। वहां मौजूद उसके पिता ने किसी तरह उसे समझाया। इसके बाद उसे घर ले गए।
मंगलवार को देर शाम मगोर्रा कस्बा से पिता के साथ आई युवती बांकेबिहारी के दर्शन की जिद करने लगी। मंदिर के सुरक्षाकर्मियों ने उसे बहुत समझाया लेकिन वह दर्शन की जिद पर अड़ गई। उसने कहा कि मुझे पता है मंदिर बंद है, लेकिन मुझे तो ठाकुर जी ने बुलाया है।
युवती ने कहा कि वह कोई सामान्य भक्त नहीं है, बगैर दर्शन के नहीं जाएगी। युवती का हंगामा देखकर मंदिर के बाहर भीड़ जुट गई। सुरक्षाकर्मियों ने युवती को बमुश्किल से चबूतरे के सामने सड़क से हटाया।
युवती के पिता साहब सिंह ने बताया कि उनकी बेटी बचपन से ही बिहारी जी की भक्ति में लीन है। उसकी शादी हो चुकी है। इसने अपनी शादी में भी ठाकुर जी की मूर्ति मांगी थी। यह वृंदावन में दर्शन की जिद कर यहां ले आई। उन्हें नहीं पता था कि वह ऐसा करेगी।
सात महीने बाद 17 अक्तूबर को खुले बांकेबिहारी मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी थी। इसके कारण कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए की गई व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गईं। इसे देखते हुए दो दिन बाद ही मंदिर के पट दोबारा बंद कर दिए। यह मामला अदालत तक पहुंच गया है।